नाम है तेरा तारण हार, कब तेरा दर्शन होगा ।
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा ।।
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा ।।
तुमने तारे लखो प्राणी, यहा संतो की वाणी है ।
तेरी छवि पर वो मेरे भगवंत, यह दुनिया दीवानी है ।।
भाव से तेरी वो हू जगा चाहू, जीवन मे मंगल होगा ।
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा ।।
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा ।
सुरवार मूनिवारा जिनके चरण मे, निषदिन शीश जुकते है ।।
जो गाते है प्रभु की महिमा, वो सब कुछ पा जाते है ।
अपने कष्ट मिटाने को तेरे, चरनो का वंदन होगा ।।
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा ।
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा ।।
मन की मुरते लेकर स्वामी, तेरे चरण में आए है ।
हम है बालक, तेरे जिनावरा, तेरे ही गुण गाते है ।।
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा ।।
भाव से पर उतरने को तेरे, गीतो का स्वर-संगम होगा ।
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा ।।
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा ।।
नाम है तेरा तरण हरा, कब तेरा दर्शन होगा ।
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा ।।
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा ।।
Credit Details :
Song: Naam Hai Tera Taran Hara
Singer: Vidhi Sharma
Music: Lovely Sharma
Lyrics: Traditional
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