🎵मुरलीवाले ने घेर लई🎵
🙏 गायक: तृप्ति शाक्य
🎼 संगीत: धनंजय मिश्रा
विवरण:
मुरली वाले ने घेर लयी भजन त्रिप्ती शाक्य की मधुर आवाज़ में प्रस्तुत किया गया है, जिसमें एक गोपी के उस प्रेम और आत्मसमर्पण को दर्शाया गया है जो भगवान श्रीकृष्ण की मुरली की ध्वनि से उत्पन्न होता है। गोपी यमुना तट पर पनिया भरने जाती है, और वहीं पनघट पर खड़े कृष्ण की मोहक मुरली की ध्वनि से मोहित होकर वह प्रेम में बंध जाती है।
इस भजन में वह अद्वितीय प्रेम और आकर्षण दर्शाया गया है, जो भगवान श्रीकृष्ण की ओर खींचता है। गोपी की तड़प और उसकी भावनाएं इस भजन के प्रत्येक शब्द में जीवंत हो उठती हैं। यह भजन कृष्ण के अनंत प्रेम और भक्त के समर्पण को दर्शाता है।
इस भजन को सुनें और भगवान श्रीकृष्ण की मुरली की ध्वनि में खो जाएं।
गीत के बोल:
मुरली वाले ने घेर लयी
अकेली पनिया गयी ॥
मै तो गयी थी यमुना तट पे
कहना खड़ा था री पनघट पे
बड़ी मुझ को रे देर भई,
अकेली पनिया गयी ॥
श्याम ने मेरी चुनरी झटकी
सर से मेरे घिर गयी मटकी
बईया मेरी मरोड़ गयी
अकेली पनिया गयी ॥
बड़ा नटखट है श्याम सवारिया
दे दारी मेरी कोरी चुनरिया
मेरी गगरिया फोड़ दी
अकेली पनिया गयी ॥
लाख कही पर एक ना मानी
भरने ना दे वो मोहे पानी
मारे लाज के मै मर गयी
अकेली पनिया गयी ॥
Credit Details :
Song: Murliwale Ne Gher Layi
Singer: Tripti Shakya
Album: Kabhi Ram Banke Kabhi Shyam Banke
Music: Dhananjay Mishra
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