Current Date: 04 Dec, 2024
YouTube Video Thumbnail

राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक - Radhe Krishna Ki Jyoti Alokik Lyrics - Vivah

- Shreya Ghoshal


🎵राधे कृष्ण की ज्योति अलौकिक🎵

🙏 गायक: श्रेया घोषाल
🎼 संगीत: रवींद्र जैन

विवरण:
राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक भजन में श्रेया घोषाल ने राधा और कृष्ण के दिव्य प्रेम और भक्ति की सुंदरता को स्वर में पिरोया है। इस भजन में भक्तों की निष्ठा और कृष्ण के प्रति अडिग श्रद्धा का वर्णन किया गया है, जो हर दिन अपनी सेवा और पूजा में संलग्न रहते हुए भगवान के चरणों में प्रेम व्यक्त करते हैं। भजन में यह बताया गया है कि राधे और कृष्ण का प्रेम असीम है और उनकी आराधना में पूरे मन से समर्पित रहना चाहिए। यह भजन भक्तों को कृष्ण और राधा के प्रति प्रेम और भक्ति की ओर प्रेरित करता है और वृंदावन धाम की पवित्रता का गान करता है।

गीत के बोल:
राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक,
तीनों लोक में छाये रही है ।
भक्ति विवश एक प्रेम पुजारिन,
फिर भी दीप जलाये रही है ।
कृष्ण को गोकुल से राधे को...
कृष्ण को गोकुल से राधे को,
बरसाने से बुलाय रही है ।

दोनों करो स्वीकार कृपा कर,
जोगन आरती गाये रही है ।
दोनों करो स्वीकार कृपा कर,
जोगन आरती गाये रही है ।

भोर भये ते सांज ढ़ले तक,
सेवा कौन इतनेम म्हारो ।
स्नान कराये वो वस्त्र ओढ़ाए वो,
भोग लगाए वो लागत प्यारो ।
कबते निहारत आपकी ओर...
कबते निहारत आपकी ओर,
की आप हमारी और निहारो ।

राधे कृष्ण हमारे धाम को,
जानी वृन्दावन धाम पधारो ।
राधे कृष्ण हमारे धाम को,
जानी वृन्दावन धाम पधारो ।

Credit Details :

Song: Radhe Krishna Ki Jyoti Alokik
Singer: Shreya Ghoshal
Lyrics: Ravindra Jain
Music: Ravindra Jain

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।