🎵घनश्याम तेरी बंशी🎵
🙏 गायक: प्रेम मेहरा
🎼 संगीत: कैलाश कुमार
विवरण:
घनश्याम तेरी बंसी एक मधुर भजन है जो भगवान श्रीकृष्ण की बांसुरी की मोहक ध्वनि और उनकी मुस्कान की महिमा का बखान करता है। भक्त इस भजन में श्रीकृष्ण के रूप और उनकी मधुर बंसी की धुन से मोहित होकर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं। श्रीकृष्ण की मुस्कान और उनकी बंसी का संगीत प्रेम और भक्ति की गहराइयों में डुबो देता है।
मुख्य भाव: यह भजन भक्त को भगवान कृष्ण की मुस्कान और बांसुरी की मिठास से भावविभोर कर देता है, जिससे वे भगवान की लीला में खो जाते हैं।
इस भजन को सुनें और श्रीकृष्ण की बांसुरी की मिठास में खो जाएं।
गीत के बोल:
घनश्याम तेरी बंसी,
पागल कर जाती है,
मुस्कान तेरी मोहन,
घायल कर जाती है।।
सोने की होती तो,
क्या करते तुम मोहन,
ये बांस की होकर भी,
दुनिया को नचाती है।।
तुम गोरे होते तो,
क्या कर जाते मोहन,
जब काले रंग पर ही,
दुनिया मर जाती है।।
दुख दर्दों को सहना,
बंसी ने सिखाया है,
इसके छेद है सीने मे,
फ़िर भी मुस्काती है।।
कभी रास रचाते हो,
कभी बंसी बजाते हो,
कभी माखन खाने की,
मन में आ जाती है।।
घनश्याम तेरी बंसी,
पागल कर जाती है,
मुस्कान तेरी मोहन,
घायल कर जाती है।।
Credit Details :
Song: Ghanshyam Teri Banshi
Singer: Prem Mehra
Album: Patthar Ki Radha
Music: Kailash Kumar
Lyrics: Traditional
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