ये मेरी अर्जी है ।
मैं वैसा बन जाऊ जो तेरी मर्जी है ।।
फिर कैसी बाधा है,
सांसो में मोहन धड़कन में राधा है ।
ये मेरी अर्जी है,
मैं वैसा बन जाऊ जो तेरी मर्जी है ।।
जग रोक ना पायेगा,
मीरा नाचे गी जब प्रेम नचायेगा ।
ये मेरी अर्जी है,
मैं वैसा बन जाऊ जो तेरी मर्जी है ।।
अब और न मन भटके,
आंखे रख माहि प्रीतम की चौकठ पे ।
ये मेरी अर्जी है,
मैं वैसा बन जाऊ जो तेरी मर्जी है ।।
ये इश्क़ की बाजी है,
कोई माने ना माने मेरा श्याम तो राजी है ।
ये मेरी अर्जी है,
मैं वैसा बन जाऊ जो तेरी मर्जी है ।।
ये मेरी अर्जी है ।
मैं वैसा बन जाऊ जो तेरी मर्जी है ।।
Credit Details :
Song: Ye Meri Arji Hai
Singer: Chitra Vichitra Ji Maharaj
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