Current Date: 05 Dec, 2024

ऐ री मैं तो प्रेम दीवानी

- Anuradha Paudwal


ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।

ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।

घायल की गति घायल जाणै,
जो कोई घायल होय ।
जौहरि की गति जौहरी जाणै,
की जिन जौहर होय ॥

सूली ऊपर सेज हमारी,
सोवण किस बिध होय ।
गगन मंडल पर सेज पिया की,
किस बिध मिलणा होय ॥

दर्द की मारी बन-बन डोलूं,
वैद्य मिल्या नहिं कोय ।
मीरा की प्रभु पीर मिटेगी,
जद वैद्य सांवरिया होय ॥

ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।

ना मैं जानू आरती वन्दन,
ना पूजा की रीत ।
लिए री मैंने दो नैनो के,
दीपक लिए संजोये ॥

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