🎵ऐ री मैं तो प्रेम दीवानी🎵
🙏 गायक: अनुराधा पौडवाल
🎼 संगीत: शेखर कल्याण
विवरण:
ऐ री मैं तो प्रेम दिवानी भजन में मीरा बाई के भगवान श्री कृष्ण के प्रति अपार प्रेम और भक्ति को व्यक्त किया गया है। अनुराधा पौडवाल की मधुर आवाज में गाया गया यह भजन मीरा के आत्मसमर्पण, उनके दर्द और कृष्ण के प्रति उनके सच्चे प्रेम को दर्शाता है। इस भजन में मीरा की पीड़ा और संघर्ष को उकेरा गया है, जिसमें वह अपने प्रिय श्री कृष्ण की याद में दर्द भरी यात्रा करती हैं, यह जताते हुए कि केवल कृष्ण ही उनके दुखों का निवारण कर सकते हैं। भजन में भगवान के प्रति असीम प्रेम और श्रद्धा की भावना को महसूस किया जा सकता है, जो हर भक्त के दिल को छू जाती है।
गीत के बोल:
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
घायल की गति घायल जाणै,
जो कोई घायल होय ।
जौहरि की गति जौहरी जाणै,
की जिन जौहर होय ॥
सूली ऊपर सेज हमारी,
सोवण किस बिध होय ।
गगन मंडल पर सेज पिया की,
किस बिध मिलणा होय ॥
दर्द की मारी बन-बन डोलूं,
वैद्य मिल्या नहिं कोय ।
मीरा की प्रभु पीर मिटेगी,
जद वैद्य सांवरिया होय ॥
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
ना मैं जानू आरती वन्दन,
ना पूजा की रीत ।
लिए री मैंने दो नैनो के,
दीपक लिए संजोये ॥
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