F:- आज कल कोई है ना किसी का सगा
कोरस :- आज कल कोई है ना किसी का सगा
F:- हर किसी में भरी है दगा ही दगा
कोरस :- हर किसी में भरी है दगा ही दगा
F:- भूल कर भी किसी का विश्वास ना कर
कोरस :- भूल कर भी किसी का विश्वास ना कर
F:- ना किसी से तू विश्वास की आस कर
कोरस :- ना किसी से तू विश्वास की आस कर
F:- आज कल कोई है ना किसी का सगा
हर किसी में भरी दगा ही दगा
कोरस :- हर किसी में भरी है दगा ही दगा
1
F:- बस चुका आज सैतान इंसान में
कोरस :- बस चुका आज सैतान इंसान में
F:- कोई आता नहीं अब तो पहचान में
कोरस :- कोई आता नहीं अब तो पहचान में
F:- हाथ में छुरी है मुँह में श्री राम है
कोरस :- हाथ में छुरी है मुँह में श्री राम है
F:- झूट की है सुबह पाप की शाम है
कोरस :- झूट की है सुबह पाप की शाम है
F:- आज कल कोई है ना किसी का सगा
हर किसी में भरी दगा ही दगा
कोरस :- हर किसी में भरी है दगा ही दगा
2
F:- जितना झूठा है जो उतना ऊपर है वो
कोरस :- जितना झूठा है जो उतना ऊपर है वो
F:- जो है सच्चा यहाँ खाता ठोकर है वो
कोरस :- जो है सच्चा यहाँ खाता ठोकर है वो
F:- झूठो के सर पे ही राज का ताज है
कोरस :- झूठो के सर पे ही राज का ताज है
F:- सच पे चलने वालआज बर्बाद है
कोरस :- सच पे चलने वालआज बर्बाद है
F:- आज कल कोई है ना किसी का सगा
हर किसी में भरी दगा ही दगा
कोरस :- हर किसी में भरी है दगा ही दगा
3
F:- क्या करेगा तू बन्दे ये धन जोड़कर
कोरस :- क्या करेगा तू बन्दे ये धन जोड़कर
F:- जाना है जबकि खाली कफ़न ओढ़कर
कोरस :- जाना है जबकि खाली कफ़न ओढ़कर
F:- छीन कर तू हक किसी का तू क्यों खा रहा रहा
कोरस :- छीन कर तू हक किसी का तू क्यों खा रहा रहा
F:- हर जन्म में तू करता यही आ रहा है
कोरस :- हर जन्म में तू करता यही आ रहा है
F:- आज कल कोई है ना किसी का सगा
हर किसी में भरी दगा ही दगा
कोरस :- हर किसी में भरी है दगा ही दगा
4
F:- पिछले जन्मो में हक़ जिसका खाया है तू
कोरस :- पिछले जन्मो में हक़ जिसका खाया है तू
F:- इस जन्म में वह भरने आया है तू
कोरस :- इस जन्म में वह भरने आया है तू
F:- बन के औलाद हक़ लेने आएगा वो
कोरस :- बन के औलाद हक़ लेने आएगा वो
F:- बैठकर तेरे घर तेरा खायेगा वो
कोरस :- बैठकर तेरे घर तेरा खायेगा वो
F:- आज कल कोई है ना किसी का सगा
हर किसी में भरी दगा ही दगा
कोरस :- हर किसी में भरी है दगा ही दगा
5
F:- इस लिए कह रही हूँ अभी जाग जा
कोरस :- इस लिए कह रही हूँ अभी जाग जा
F:- दूर छल से गुनाहो से तू भाग जा
कोरस :- दूर छल से गुनाहो से तू भाग जा
F:- कर्जा वरना तू भरता ही रह जायेगा
कोरस :- कर्जा वरना तू भरता ही रह जायेगा
F:- भव के सागर में बहता ही रह जायेगा
कोरस :- भव के सागर में बहता ही रह जायेगा
F:- आज कल कोई है ना किसी का सगा
हर किसी में भरी दगा ही दगा
कोरस :- हर किसी में भरी है दगा ही दगा
6
F:- छोड़ दे छल कपट और दागा बाजिया
कोरस :- छोड़ दे छल कपट और दागा बाजिया
F:- वरना खायेगा कुदरत की तू लाठिया
कोरस :- वरना खायेगा कुदरत की तू लाठिया
F:- आज बांटेगा जो कल मिलेगा वही
कोरस :- आज बांटेगा जो कल मिलेगा वही
F:- आज बोयेगा जो कल खिलेगा वही
कोरस :- आज बोयेगा जो कल खिलेगा वही
F:- आज कल कोई है ना किसी का सगा
हर किसी में भरी दगा ही दगा
कोरस :- हर किसी में भरी है दगा ही दगा
7
F:- कुछ तो कर ले तैयारी सफर के लिए
कोरस :- कुछ तो कर ले तैयारी सफर के लिए
F:- कुछ तो ले कर के जा दूजे घर के लिए
कोरस :- कुछ तो ले कर के जा दूजे घर के लिए
F:- खाली हाथ कही पे भी जाते नहीं
कोरस :- खाली हाथ कही पे भी जाते नहीं
F:- खाली जाते है जो मान पाते नहीं
कोरस :- खाली जाते है जो मान पाते नहीं
F:- आज कल कोई है ना किसी का सगा
हर किसी में भरी दगा ही दगा
कोरस :- हर किसी में भरी है दगा ही दगा
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