M:- अरे घाट घाट का पानी पि कर देश विदेश में रहकर जी कर
घाट घाट का पानी पि कर देश विदेश में रहकर जी कर
कोरस :- घाट घाट का पानी पि कर देश विदेश में रहकर जी कर
M:- पंहुचा माँ का द्वार की अब कोई दिक्कत नहीं की अब कोई दिक्कत नहीं है
कोरस:- अब कोई दिक्कत नहीं की अब कोई दिक्कत नहीं है
M:- अब कोई दिक्कत नहीं की अब कोई दिक्कत नहीं है
माँ
M:- तू जग जननी आदि भवानी तू जगदम्बे तू कल्याणी
तू जग जननी आदि भवानी तू जगदम्बे तू कल्याणी
दर्शन कर प्रसन्न हो गया मैया मै तो धन्य हो गया
कोरस :- दर्शन कर प्रसन्न हो गया मैया मै तो धन्य हो गया
M:- मिल गया माँ का प्यार की अब कोई दिक्कत
नहीं की अब कोई दिक्कत नहीं है
कोरस:- अब कोई दिक्कत नहीं की अब कोई दिक्कत नहीं है
M:- की अब कोई दिक्कत नहीं की अब कोई दिक्कत नहीं है
माँ
M;- तेरे दर पे जो भी आये मुँह माँगा फल मैया पाए
तेरे दर पे जो भी आये मुँह माँगा फल मैया पाए
तेरे जैसा ना कोई मैया तू ही पार लगाए नैया
कोरस :- तेरे जैसा ना कोई मैया तू ही पार लगाए नैया
M:- करती है उपकार की अब कोई दिक्कत नहीं की अब कोई दिक्कत नहीं है
कोरस:- अब कोई दिक्कत नहीं की अब कोई दिक्कत नहीं है
M:- की अब कोई दिक्कत नहीं की अब कोई दिक्कत नहीं है
माँ
कोरस :- जय जय माँ जय जय माँ जय माँ
M:- साफति तेरा भक्त प्यारा पुराण को माँ तेरा सहारा
साफति तेरा भक्त प्यारा पुराण को माँ तेरा सहारा
तेरी कृपा से मेरी दाती दुनिया सारी भेटे गाती
कोरस :- तेरी कृपा से मेरी दाती दुनिया सारी भेटे गाती
M:- करती है सत्कार की अब कोई दिक्कत नहीं की अब कोई दिक्कत नहीं है
कोरस:- अब कोई दिक्कत नहीं की अब कोई दिक्कत नहीं है
M:- की अब कोई दिक्कत नहीं की अब कोई दिक्कत नहीं है
माँ
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