Current Date: 18 Nov, 2024

खाटू की ग्यारस

- Ekta Sarraf


जिसके दर्शन से ही मन होता बावरा 
सुघड़ सांवरी सूरत सुन्दर सा सांवरा  
ऐसा जादू नहीं है देखा पारस में 
जैसा देखा है खाटू की ग्यारस में 
ऐसा जादू नहीं है देखा पारस में 

वह छलकती है हरदम भक्ति की गागर 
सदा उमड़ता रहता जहां करुणा का सागर 
भीगा रहता है मन श्याम के रस में 
ऐसा जादू नहीं है देखा पारस में 

हिरा मोती मांगे ना चंडी और सोना 
जहाँ प्रेम बसता है बीएस दिल का वो कोना 
वैसे तो वो रहता है सबकी नस नस में 
ऐसा जादू नहीं है देखा पारस में 

जिसके दर्शन से ही मन होता बांवरा 
सुघड़ सावली सूरत सुन्दर सा सांवरा 
प्रेम देता है वो रहता उसके वश में 
ऐसा जादू नहीं है देखा पारस में 
 

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