Current Date: 18 Dec, 2024

काशी नगरी के मेरे कबीरा

- Sadhna Sargam


F:-    काशी नगर के मेरे कबीरा    
    काशी नगर के मेरे कबीरा ऐसी दिखाई अनोखी वो लीला 
    भक्तो को तारने के लिए साहिब लिए है अवतार 
    और इस धरती पर आकर किये चमत्कार 
    काशी नगर के मेरे कबीरा...............................
                1.
F:-    गगन मंडल से उतरा प्रकाश कुंड पावन कशी नगर में नहर धरा है जल में 
    कबीर साहिब सुन्दर बड़ा लगता रूप लिए क्षण भर में विराजे फिर कमल में 
    गुजरे जब उसी राह से निरु और निर्माण देख चकित वो रह गए आपकी महिमा 
    खुश नसीब थे वो दोनों दर्शन साहिब आपका जो मिला 
    भक्तो को तारने के लिए साहिब लिए है अवतार 
    और इस धरती पर आकर किये चमत्कार 
    काशी नगर के मेरे कबीरा...............................
                2.
F:-    कष्ट सारे मिट जाते है साहिब आये जो आपके शरण में शीश झुकाये चरण में 
    अधर्मी सब सतकर्मी बन जाए हो शक्ति आपके वचन में ध्यान लगाए भजन में 
    तीनो लोको के सतगुरु आप है स्वामी मन की बातो को जानते हो अन्तर्यामी 
    कृपा हुई आपकी जिस पर भी मुरझाया फूल भी ऐसे वो खिला 
    भक्तो को तारने के लिए साहिब लिए है अवतार 
    और इस धरती पर आकर किये चमत्कार 
    काशी नगर के मेरे कबीरा...............................


                3.
F:-    आतंक और अन्याय अत्याचार को मिटाने सतगुरु आये थे जग में साहिब आये थे जग में 
    सतकर्म कर भाग्य को जगाने समाये आप रग रग में समाये आप जन जन में 
    प्रेम आपस में करने की दे दो शिक्षा सतगुरु आपके भक्तो को दे दो दीक्षा 
    मिल जल के रहे एक दूजे से मिट जाए मन में जो भी हो गिला 
    भक्तो को तारने के लिए साहिब लिए है अवतार 
    और इस धरती पर आकर किये चमत्कार 
    काशी नगर के मेरे कबीरा...............................
 

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