F:- तीन लोक में जब मची असुराण की हाहाकार
प्रकटभई जगदम्बिका ले काली अवतार
करने को कल्याण लिया है काली ने अवतार
कोरस :- करने को कल्याण लिया है काली ने अवतार
F:- काली माँ भवानी तेरी शक्ति हैअपार
कोरस :- काली माँ भवानी तेरी शक्ति है अपार
F:- दुष्टों का आतंक था भारी
कोरस :- दुष्टों का आतंक था भारी
F:- मची हुई थी हाहाकारी
कोरस :- मची हुई थी हाहाकारी
F:- परेशान थे नर और नारी
कोरस :- परेशान थे नर और नारी
F:- संकट में थे पृथ्वी सारी
कोरस :- संकट में थे पृथ्वी सारी
F:- साधु संत महंत विचारे
कोरस :- साधु संत महंत विचारे
F:- दहशत में रहते थे सारे
कोरस :- दहशत में रहते थे सारे
F:- पूजन पाठ ना कर पाते थे
कोरस :- पूजन पाठ ना कर पाते थे
F:- असुर अधर्मी आ जाते थे
कोरस :- असुर अधर्मी आ जाते थे
F:- सभी देवता हार चुके थे
कोरस :- सभी देवता हार चुके थे
F:- बल में उनके आगे झुके थें
कोरस :- बल में उनके आगे झुके थें
F:- तीन लोक में उनकी सत्ता
कोरस :- तीन लोक में उनकी सत्ता
F:- देवताओं का कट गया पत्ता
कोरस :- देवताओं का कट गया पत्ता
F:- आदि भवानी से देवों ने
कोरस :- आदि भवानी से देवों ने
F:- वर्षों किया पुकार , हे काली माँ भवानी तेरी शक्ति है अपार-2
कोरस :- काली माँ भवानी तेरी शक्ति है अपार
F:- सभी देवगण आए हिमालय
कोरस :- सभी देवगण आए हिमालय
F:- छाया दुष्टों का इतना भय
कोरस :- छाया दुष्टों का इतना भय
F:- आवाहन देवी का करते
कोरस :- आवाहन देवी का करते
F:- जगदम्बा को दिल सुमरते
कोरस :- जगदम्बा को दिल सुमरते
F:- इनकी विनती सुनी भवानी
कोरस :- इनकी विनती सुनी भवानी
F:- संकट को इनकी पहचानी
कोरस :- संकट को इनकी पहचानी
F:- हो गया भक्तों वह अचंभा
कोरस :- हो गया भक्तों वह अचंभा
F:- पार्वती आई जगदम्बा
कोरस :- पार्वती आई जगदम्बा
F:- पार्वती की देह से दूजी
कोरस :- पार्वती की देह से दूजी
F:- प्रकट हुई थी नारी कोस्की
कोरस :- प्रकट हुई थी नारी कोस्की
F:- रूप कोस्की का था काला
कोरस :- रूप कोस्की का था काला
F:- तीन रूप में विकट निराला
कोरस :- तीन रूप में विकट निराला
F:- जिन्हे देख कर लगता था डर
कोरस :- जिन्हे देख कर लगता था डर
F:- बड़ा भयानक बड़ा भयंकर
कोरस :- बड़ा भयानक बड़ा भयंकर
F:- काली हुई प्रकट थी लेकर
कोरस :- काली हुई प्रकट थी लेकर
F:- खड्ग गदा तलवार
F:- हे काली माँ भवानी तेरी शक्ति हैअपार
कोरस :- हे काली माँ भवानी तेरी शक्ति है अपार
F:- सभी देवता हर्ष मनाएं
कोरस :- सभी देवता हर्ष मनाएं
F:- माँ की जय जयकार लगाई
कोरस :- माँ की जय जयकार लगाई
F:- काली जी को व्यथा सुनायें
कोरस :- काली जी को व्यथा सुनायें
F:- अपना हर संकट बतलायें
कोरस :- अपना हर संकट बतलायें
F:- काली चार भुजाओं वाली
कोरस :- काली चार भुजाओं वाली
F:- सभी भुजाएँ शक्तिशाली
कोरस :- सभी भुजाएँ शक्तिशाली
F:- हर हाथों में अस्त्र सभाली
कोरस :- हर हाथों में अस्त्र सभाली
F:- नहीं एक पल रुकने वाली
कोरस :- नहीं एक पल रुकने वाली
F:- काली दुष्टों को ललकारे
कोरस :- काली दुष्टों को ललकारे
F:- क्रोध में भरती हैं हुंकारें
कोरस :- क्रोध में भरती हैं हुंकारें
F:- बिजली जैसे गरज रही है
कोरस :- बिजली जैसे गरज रही है
F:- काली खुद के बस में नहीं हैं
कोरस :- काली खुद के बस में नहीं हैं
F:- धरती काँपे अम्बर डोले
कोरस :- धरती काँपे अम्बर डोले
F:- चली कालिका अब लट खोले
कोरस :- चली कालिका अब लट खोले
F:- मचा दिया हे माँ काली ने
कोरस :- मचा दिया हे माँ काली ने
F:- रण में हाहाकार
हे काली माँ भवानी तेरी शक्ति हैअपार
कोरस :- हे काली माँ भवानी तेरी शक्ति है अपार
F:- दानव का वध करने वाली
कोरस :- दानव का वध करने वाली
F:- आज क्रोध में है मतवाली
कोरस :- आज क्रोध में है मतवाली
F:- तीनो लोक सुनो थर्राही
कोरस :- तीनो लोक सुनो थर्राही
F:- क्रोध की ज्वाला कौन बुझाये
कोरस :- क्रोध की ज्वाला कौन बुझाये
F:- देवी देवता सब घबराए
कोरस :- देवी देवता सब घबराए
F:- डर के मारे निकट ना आयें
कोरस :- डर के मारे निकट ना आयें
F:- रण भूमि में घूम रही माँ
कोरस :- रण भूमि में घूम रही माँ
F:- बेसूद हो कर झूम रही माँ
कोरस :- बेसूद हो कर झूम रही माँ
F:- तब काली के आगे आकर
कोरस :- तब काली के आगे आकर
F:- चित लेट गए भोले शंकर
कोरस :- चित लेट गए भोले शंकर
F:- पैर पड़ा जो शिव के ऊपर
कोरस :- पैर पड़ा जो शिव के ऊपर
F:- क्रोध हुआ क्षण में छू मंतर
कोरस :- क्रोध हुआ क्षण में छू मंतर
F:- आई अचरज में माँ काली
कोरस :- आई अचरज में माँ काली
F:- तो अफ़सोस में जीभ निकाली
कोरस :- तो अफ़सोस में जीभ निकाली
F:- संजू अलख निरंजन से ही
कोरस :- संजू अलख निरंजन से ही
F:- बच पाया संसार
हे काली माँ भवानी तेरी शक्ति हैअपार
कोरस :- हे काली माँ भवानी तेरी शक्ति है अपार-4
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