Current Date: 23 Nov, 2024

कान्हा सोजा जरा (Kanha Soja Zara)

- Madhushree


कान्हा सोजा जरा हिंदी में (Kanha Soja Zara in hindi)

मोरे बंसी बजैया

नंदलाला कन्हैया

मोरे बंसी बजैया

नंदलाला कन्हैया

मोरे बंसी बजैया

नंदलाला कन्हैया

राधा रानी जी का मनमोहक भजन: झूला झूलो री राधे रानी

मोहे मोहे ऐसे नहीं छेड़ो सांवरे

सुनो सुनो मोसे नहीं खेलो दान रे

जाके यशोदा से कह दूंगा रे

कान्हा सोजा जरा ओ कान्हा सोजा जरा

 

लुक चुपके तक्यो ना मोहे

कान्हा सोजा जरा ओ कान्हा सोजा जरा

नयनों से न चुना मोहे

कान्हा सोजा जरा ओ कान्हा सोजा जरा

कान्हा सोजा जरा ओ कान्हा सोजा जरा

साध्वी पूर्णिमा जी का सबसे सुन्दर भजन: मुझे अपने ही रंग में रंग ले

गोपियों के पीछे

फिरे तू निश्चय पलछिन

ठक गए पांव तेरे

सांस जरा ले ले

रुक जा कान्हा थम जा

मान भी जा पगले

सांवरे बनवारे

 

कल भी होंगी ये रंग रालियां

कल फिर आना ओ रे छलिया

डूबा ये दिन चल सो जा

कान्हा सोजा जरा ओ कान्हा सोजा जरा

कान्हा सोजा जरा ओ कान्हा सोजा जरा

श्याम की बंशी की धुन: उड़ गई रे नींदिया मेरी, बंसी श्याम ने बजाई रे

सुनी जो तेरी मुरली

चली रे चली रे चल दे

पिया मोरे ओ जुल्मी

गौं तेरे ही गीत क्यों

ले मैं तेरी हो गई

 

चढ़ गई तेरी प्रीत रे

मोहना क्या हुआ

यूं मति मारी गई मोरी कैसे

छोड़ बैल के आगे तुझे ऐसे

है ये सारा दोष मेरा

कान्हा सोजा जरा ओ कान्हा सोजा जरा

कान्हा सोजा जरा ओ कान्हा सोजा जरा

कृष्ण जी का प्यारा भजन: बांके बिहारी से प्यार है

मोरे बंसी बजैया

नंदलाला कन्हैया

मोरे बंसी बजैया

नंदलाला कन्हैया

मदन मनसुदना

मनोहर मनमोहन

मदन मनसुदना

मनोहर मनमोहन

मोरे बंसी बजैया

नंदलाला कन्हैया

कान्हा कान्हा।।

 

मोरे बंसी बजैया

नंदलाला कन्हैया

राधा के पिया कान्हा

सोजा जरा

 

कान्हा सोजा जरा अंग्रेजी में (Kanha Soja Zara in english)

More Bansi Bajaiya

Nandlala Kanhaiya

More Bansi Bajaiya

Nandlala Kanhaiya

More Bansi Bajaiya

Nandlala Kanhaiya

Beautiful Bhajan of Radha Rani Ji: Jhula Jhulo Ri Radhe Rani

Mohe Mohe Aise Nahi Chhedo Saanware

Suno Suno Mose Nahi Khelo Daanw Re

Jaake Yashoda Se Keh Dungi Re

Kaanha Soja Zara O Kaanha Soja Zara

 

Luk Chhupke Takeyo Na Mohe

Kaanha Soja Zara O Kaanha Soja Zara

Nainon Se Na Chhuna Mohe

Kaanha Soja Zara O Kaanha Soja Zara

Kaanha Soja Zara O Kaanha Soja Zara

The most beautiful bhajan of Sadhvi Purnima ji: Mujhe Apne Hi Rang Me Rang Le

Gopiyon Ke Pichhe

Phire Tu Nishdin Palchhin

Thak Gaye Paanv Tere

Saans Zara Le Le

Rukk Ja Kaanha Tham Ja

Maan Bhi Ja Pagle

Saanware Baanware

 

Kal Bhi Hongi Yeh Rang Raliyan

Kal Phir Aana O Re Chhaliya

Dooba Yeh Din Chal So Ja

Kaanha Soja Zara O Kaanha Soja Zara

Kaanha Soja Zara O Kaanha Soja Zara

Tune of Shyam's Banshi: Ud Gayi Re Nindiya Meri Bansi Shyam Ne Bajai Re

Suni Jo Teri Murli

Chali Re Chali Re Chal De

Piya More O Julmi

Gaaun Tere Hi Geet Kyun

Le Main Teri Ho Gayi

 

Chadh Gayi Teri Preet Re

Mohna Kya Hua

Yun Mati Maari Gayi Mori Kaise

Chhoda Bail Ke Aage Tujhe Aise

Hai Yeh Saara Dosh Mera

Kaanha Soja Zara O Kaanha Soja Zara

Kaanha Soja Zara O Kaanha Soja Zara

ovely hymn of Krishna ji: Banke Bihari Se Pyar Hai

More Bansi Bajaiya

Nandlala Kanhaiya

More Bansi Bajaiya

Nandlala Kanhaiya

Madana Mansudna

Manohara Mannmohna

Madana Mansudna

Manohara Mannmohna

 

More Bansi Bajaiya

Nandlala Kanhaiya

Kaanha Kaanha…

More Bansi Bajaiya

Nandlala Kanhaiya

Radha Ke Piya Kanha

Soja Zara

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।