Current Date: 19 Nov, 2024

कान्हा ओ कान्हा

- Kanchan Chaudhary


F:-    कान्हा ओ कान्हा , मैं तेरी हो गई
कोरस :-    कान्हा ओ कान्हा , मैं तेरी हो गई
F:-    प्रेम के रंग में डूब गई हूँ
    मैं खुद को ही भूल गई हूँ
    ओ मेरे सरकार
कोरस :-    कान्हा ओ कान्हा , मैं तेरी हो गई
F:-    महिमा तेरी सुन के कान्हा आई तेरे द्वार..... द्वार.... आई मैं तेरे द्वार 
    ओ कान्हा  आई मैं तेरे द्वार
कोरस :-    कान्हा ओ कान्हा , मैं तेरी हो गई

F:-    तन्हा तन्हा था ये दिल खोया खोया था ये दिल
    कान्हा जी तुझे ढूंढने में भटक गई थी मैं मंज़िल
    तन्हा तन्हा था ये दिल खोया खोया था ये दिल
    कान्हा जी तुझे ढूंढने में भटक गई थी मैं मंज़िल
    मेरे मनमोहना , ओ मेरे कृष्णा
    मैंने भी ये तय किया है खाली ना जाऊंगी दर से ओ मेरे कृष्णा
कोरस :-    कान्हा ओ कान्हा , मैं तेरी हो गई
F:-    महिमा तेरी सुन के कान्हा आई तेरे द्वार..... द्वार.... आई मैं तेरे द्वार 
    ओ कान्हा  आई मैं तेरे द्वार

F:-    गोकुल, मथुरा, वृन्दावन धाम हैं तेरे ये पावन
    राधा संग बरसाने में     मुरली बजाए मनभावन
    गोकुल, मथुरा, वृन्दावन धाम हैं तेरे ये पावन
    राधा संग बरसाने में     मुरली बजाए मनभावन
    नन्द बाबा के लाल , मेरे मदन गोपाल
    नन्द बाबा के लाल , मेरे मदन गोपाल
    ग्वाल बाल संग गोप गोपियां नाच रही हैं ब्रज की सखियां ओ मेरे कृष्णा.
कोरस :-    कान्हा ओ कान्हा , मैं तेरी हो गई
F:-    महिमा तेरी सुन के कान्हा आई तेरे द्वार..... द्वार.... आई मैं तेरे द्वार 
    ओ कान्हा  आई मैं तेरे द्वार
कोरस :-    कान्हा ओ कान्हा , मैं तेरी हो गई
 

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।