Current Date: 18 Nov, 2024

कान्हा का दीदार

- खुशबू तिवारी


F:-  यमुना किनारे राधा तेरी कर रही इंतज़ार रे -2
      मोरी अँखिया तरस रही है दिल चाहता है दीदार वे -2
      यमुना किनारे मोहन तेरा राधा करे इंतज़ार वे -2
      मोरी अँखिया तरस रही है दिल चाहता है दीदार वे-2
      वो लडू गोपाला तू है नन्द जी का लाला,बाँसुरी वाला तू है काला दिल वाला-2
      तू है छलिया चित चोर है तूबड़ी नटखट माखन चोर है तू
      प्रीत की प्यासी दर्श अभिलाषी हो रही बेकरार  मै-2
     मोरी अँखिया तरस रही है दिल चाहता है दीदार वे -2
     मुझ पे ओ कान्हा थोड़ा तरस तो खाना,पाऊ पडू मै तोरी नही इतना सताना-2
     आ जा आ जा करो अब नहीं देर कान्हा सुन लो मोरी मनवा की टेर
     तेरे सिवा मेरा कौन है दूजा तू है प्राण आधार रेखुशबु तिवारी तोरे शरण में आये बारम्बार रे
     मोरी अँखिया तरस रही है दिल चाहता है दीदार वे -2
     यमुना किनारे राधा तेरी कर रही इंतज़ार रे
     मोरी अँखिया तरस रही है दिल चाहता है दीदार वे -2

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