M:- याद में तेरे जिंदगी बिताऊ दिन काटते है कलेश में
ओ कान्हा आओगे की आउ तेरे देश में -2
कोरस :- ओ कान्हा आओगे की आउ तेरे देश में
1.
M:- शाम सवेरे नाम रटु तेरा और करू तेरी पूजा
तू ही मेरा एक सहारा और कोई ना दूजा
रोम रोम में तुम्ही समाये तुम ही मेरे उपदेश में
ओ कान्हा आओगे की आउ तेरे देश में
कोरस :- ओ कान्हा आओगे की आउ तेरे देश में
2.
M:- दर्श को तरसे नैना मेरे कैसे हाल सुनाऊ
तुम हो मोहन अंतर्यामी तुमको क्या बतलाऊ
एक पल भी मुझे चैन ना मिलता आ जाओ किसी वेश में
ओ कान्हा आओगे की आउ तेरे देश में
कोरस :- ओ कान्हा आओगे की आउ तेरे देश में
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