Current Date: 24 Nov, 2024

कान्हा आओगे की आऊं

- Ambuj Rai


M:-    याद में तेरे जिंदगी बिताऊ दिन काटते है कलेश में 
    ओ कान्हा आओगे की आउ तेरे देश में -2
कोरस :-    ओ कान्हा आओगे की आउ तेरे देश में
            1.
M:-    शाम सवेरे नाम रटु तेरा और करू तेरी पूजा 
    तू ही मेरा एक सहारा और कोई ना दूजा 
    रोम रोम में तुम्ही समाये तुम ही मेरे उपदेश में 
    ओ कान्हा आओगे की आउ तेरे देश में 
कोरस :-    ओ कान्हा आओगे की आउ तेरे देश में
            2.
M:-    दर्श को तरसे नैना मेरे कैसे हाल सुनाऊ 
    तुम हो मोहन अंतर्यामी तुमको क्या बतलाऊ 
    एक पल भी मुझे चैन ना मिलता आ जाओ किसी वेश में 
    ओ कान्हा आओगे की आउ तेरे देश में 
कोरस :-    ओ कान्हा आओगे की आउ तेरे देश में

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