Current Date: 21 Nov, 2024

कंगाल को मालामाल

- Tara Devi


कोरस :-     खैरियत तुमसे कैफियत तुमसे तुम्हारे करम से जग खुशहाल 
ढूंढ लिया सबने कही फिर बात ये जग ने मेरे तीनबान धारी है बेमिशाल 
F:-        कभी श्याम बाबा से मांग के देखो कंगाल को मालामाल श्याम कर दे 
कोरस :-     कंगाल को मालामाल श्याम कर दे 
F:-        चिंता फ़िक्र संकट पल में मिटा के 
कोरस :-     चिंता फ़िक्र संकट पल में मिटा के 
F:-        खुशियां तमाम श्याम तेरे नाम कर दे 
कोरस :-     खुशियां तमाम श्याम तेरे नाम कर दे 


F:-        जगत के ये झूठे है रिश्ते नाते 
कोरस :-     जगत के ये झूठे है रिश्ते नाते 
F:-        बुरे दिन में कोई ना साथ निभाते 
कोरस ;-     बुरे दिन में कोई ना साथ निभाते 
F:-        सदा अपने बच्चो के हाथो को थामे 
कोरस :-     सदा अपने बच्चो के हाथो को थामे 
F:-        पुरे सदा बिगड़े काम श्याम कर दे 
कोरस :-     पुरे सदा बिगड़े काम श्याम कर दे 
F:-        कभी श्याम बाबा से मांग के देखो कंगाल को मालामाल श्याम कर दे 
कोरस :-     खुशियां तमाम श्याम तेरे नाम कर दे 

F:-        जगत के हर एक कण में बास करे वो 
कोरस :-     जगत के हर एक कण में बास करे वो 
F:-        ढूंढो जो मन से तो पास मिले वो 
कोरस :-     ढूंढो जो मन से तो पास मिले वो 
F:-        दम  से उन्ही के ये सांसे है चलती 
कोरस :-     दम  से उन्ही के ये सांसे है चलती 
F:-        चाहे तो सुबह को वो शाम कर दे 
कोरस :-     चाहे तो सुबह को वो शाम कर दे 
F:-        कभी श्याम बाबा से मांग के देखो कंगाल को मालामाल श्याम कर दे 
कोरस :-     खैरियत तुमसे कैफियत तुमसे तुम्हारे करम से जग खुशहाल 
ढूंढ लिया सबने कही फिर बात ये जग ने मेरे तीनबान धारी है बेमिशाल 
 कंगाल को मालामाल श्याम कर दे  कंगाल को मालामाल श्याम कर दे -2

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