Current Date: 23 Dec, 2024

कामणगरी

- Abhishek K Khirwal


M:-    कामणगारी रे सांवरा कामणगारी रे 
    मौर छड़ी लहरा दो थारी कामणगारी रे सांवरा
कोरस :-    मौर छड़ी लहरा दो सांवरा कामणगारी रे 
    मारे सर पर पड़ गई आज या विपदा भारी रे
कोरस :-    मौर छड़ी लहरा दो सांवरा कामणगारी रे 
            1.
M:-    मौर छड़ी आ जादूगरी चमत्कार दिख्लावे 
    सोये किस्मत एक झाड़ा से खुल जावे 
    थारे हाथ से श्याम बना दो बिगड़ी म्हारी रे 
    मौर छड़ी लहरा दो थारी सांवरा कामणगारी रे 
कोरस :-    मौर छड़ी लहरा दो सांवरा कामणगारी रे 
            2.
M:-    बिच भंवर में डोल रही है मैं नहीं खेनों जाणु 
    तेरे हाथ में सूप दी नैया तन्ने अपनों मानु 
    बिच किनारे लेकर आयो पार उतरी रे 
    मौर छड़ी लहरा दो थारी सांवरा कामणगारी रे 
कोरस :-    मौर छड़ी लहरा दो सांवरा कामणगारी रे 
            3.
M:-    जद भी सोचु आप पे बीती आसुडा बह जावे 
    उन आंसू के हर कतरे में श्याम नजर तू आवे 
    घर की चौखट लाँघ ना पायी पीर बिचारि रे 
    मौर छड़ी लहरा दो थारी सांवरा कामणगारी रे
कोरस :-    मौर छड़ी लहरा दो सांवरा कामणगारी रे 
            

            4.
M:-    मैं नहीं दीन अनाथ जै तू नाथ है म्हारो 
    जाने सारी दुनिया म्हाने तेरो एक सहारा 
    आज सचिन ने श्याम दिखा दे तू दातारि रे 
    मौर छड़ी लहरा दो थारी सांवरा कामणगारी रे 
कोरस :-    मौर छड़ी लहरा दो सांवरा कामणगारी रे 
    कामणगारी रे सांवरा कामणगारी रे 
    मौर छड़ी लहरा दो थारी सांवरा कामणगारी रे 
कोरस :-    मौर छड़ी लहरा दो सांवरा कामणगारी रे 
 

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