Current Date: 22 Nov, 2024

कलयुग रो धनि

- Rajguru


M:-        कलजुग रो एक धनी है चर्चा या जोर घनी है 
सब बोले जय श्री श्याम जी बाबा सगला पुकारे थारो नाम जी 
कलजुग रो एक धनी है चर्चा या जोर घनी है 
सब बोले जय श्री श्याम जी बाबा सगला पुकारे थारो नाम जी 

M:-        साल सवाई जाता हर महीना जावे हो हर महीना जावे 
मनोदा ललचावे तब ही खाटू जा आवे कहतु जा आवे 
जादू सो सब पे छायो के के हियो भरमायो
जादू सो सब पे छायो के के हियो भरमायो 
धुन सै की लागि सुबह श्याम की 
बाबा सगला पुकारे थारो नाम जी 

M:-        कितरा निसान चढ़ रह्या गूंजे जयकारा हो गूंजे जयकारा 
खीर और चूरमे का भोग घनेरा हो भोग घनेरा 
सुत्योदय भाग जगा है तब ही से उमड़ रहा है 
सुत्योदय भाग जगा है तब ही से उमड़ रहा है 
सै का ही बन गया बिगड़ा काम जी 
बाबा सगला पुकारे थारो नाम जी 

M:-        कितरा ही बागा पहने श्याम सजे है हो श्याम सजे है 
सोने चांदी और रूपया खूब चढ़े है हो खूब चढ़े है 
सगला ही धोक लगा रह्या कवी कह रहे आशीष पा रहा
सगला ही धोक लगा रह्या कवी कह रहे आशीष पा रहा 
धन्य धन्य तू आयो खाटू धाम जी  
बाबा सगला पुकारे थारो नाम जी 
कलजुग रो एक धनी है चर्चा या जोर घनी है 
सब बोले जय श्री श्याम जी बाबा सगला पुकारे थारो नाम जी 
बाबा सगला पुकारे थारो नाम जी

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