Current Date: 17 Nov, 2024

कलयुग केवल नाम अधारा

- अंजलि जैन


कलयुग केवल नाम अधारा ,
सुमिर सुमिर नर उतर ही पारा ,

श्री राम जय राम, जय जय राम,
मैं आई शरण तुम्हारी राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,
हे भक्तों के हितकारी राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,
*हे रघुपति अव्ध बिहारी राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,


 
माँ कौशल्या के प्यारे राम,
हे दशरथ राज दुलारे राम,
*करो पूर्ण काज़ हमारे राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

मेरी नईया पार लगा दो राम,
मेरे सोए भाग जगा दो राम,
*मेरे दुखड़े दूर भगा दो राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

मुझे चरणों की दासी बना लो राम,  
मुझ दीन को भी अपना लो राम,  
*मैं शरणागत हूँ सम्हारो राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

दशरथ नंदन, जय श्री राम ,
भव भय भंजन, जय श्री राम ,
रघुपति राघव, जय श्री राम ,
परधुन दायक, जय श्री राम ,
*श्याम सरीरा, जय श्री राम ,
*हरते तीरा, जय श्री राम ,
जन मनोरंजन, जय श्री राम ,
असुर निकन्दन, जय श्री राम ,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

तेरी सत्ता सब से न्यारी राम,
तेरी रचना सब से प्यारी राम,
*तेरी महिमा सब से भारी राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

यह दुनियाँ तेरे सहारे राम,
तूने लाखों पार उतारे राम,
*तूँ डूबों को भी उभारे राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,


 
शबरी ने वाट निहारी राम,
हर रोज़ ही राह बुहारी राम,
*पाई उसने दया तिहारी राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

भक्तों का मान बढ़ाया राम,
दुःखियों का कष्ट मिटाया राम,
*निर्बल को गले लगाया राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

प्रेम का नाता भाए राम,
निरशल नर ही तुम्हे पाए राम,
*तुम्हे अभिमान न सुहाए राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,

शिव जी गाए,  ब्रह्मा ध्याये,
रटे सरस्वती, जपे बृहस्पति,
*ले खडताल, अंजनी का लाल
हे झूम के गाए, सुध बिसराए,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

मेरे अभिमान को मिटा दो राम,
माया का पर्दा हटा दो राम,
*मेरे मोह के फंद कटा दो राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,

सुग्रीव को कण्ठ लगाया राम,
केवट को भी अपनाया राम,
*फिर मुझको क्यों बिसराया राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,

तेरी शरण विभीषण आया राम,
उसे राजा तुरंत बनाया राम,
*तेरी अपरम्पार है माया राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,


 
हाथ उठाओ, शरण लगाओ,
दीन दयाकर, हे करुणाकर,
*दिल में तुम्हारी, छवि है प्यारी,
होंठो पे मेरे, गीत हो तेरे,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

पत्थर की अहल्ल्या तारी राम,
राक्षसी ताड़का मारी राम,
*तेरी पग महिमा है भारी राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

तुम अव्ध में हो रघुराई  राम,
गोकुल मे श्याम कन्हाई राम,
*हर रूप में दीन सहाई राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

कभी हाथ में धनुष उठाते राम,
कभी मुरली मधुर बजाते राम,
*हर रूप में मन को लुभाते राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

तुम्हे प्रेम सदा ही भाए राम,
जब भक्त प्रेम से धिआए राम,
*पल भर में तुम्हे पा जाए राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,

प्रह्लाद ने तुम्हे पुकारा राम,
तुम लोह का खम्भ बिदारा राम,
*निज भक्त को दिया सहारा राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,

अंजनी लाला, रटते माला,
सुबहो शाम, आठों जाम,
*दीन दिवाकर, ह्रदय लगाकर,
सब मिल गाए, अति सुख पाए,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

मेरे तुम्ही पिता मैं हूँ तारी राम,
तुम दाता और मैं भिखारी राम,
*तुम्ही मेरे गुरु खरारी राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

अंजनी लाला के स्वामी राम,
सर्वज्ञय हो अन्तर्यामी राम,
*हम दीन हीन खल्कामी राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम

तेरा नाम है जिसके दिल पर राम,
जल पर तैरे वोह पत्थर राम,
*तेरा नाम महान हे रघुवर राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,


 
हे रघुराई, करो सहाई,
नाथ खरारी, तुम सुखकारी,
*प्रेम का नाता, तुमको भाता,
घट घट वासी, हे सुख राशि,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

श्री राम नाम के बल पर राम,
पत्थर तैरे थे जल पर राम,
*सीता जी बैठी आनल पर राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

धन्ना ने तुम्हे बुलाया राम,
सूखी रोटी का भोग लगाया राम,
*तूने रुच रुच प्रेम सिखाया राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

शबरी की कुटिया आए राम,
और जूठे बेर भी खाए राम ,
*तूने सब भेद मिटाए राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,

जिस पर है दया तुम्हारी राम,
उसको न कोई लाचारी राम,
*हे जगत के पालनहारी राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम

सब के काज़ सँवारे राम,
लाखों को पार उतारे राम,
*हे जगत के पालनहारे राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम

नर तन धरी, अवध बिहारी,
हे मस्तक चंदन, हे जग वंदन,
*राज विलोचन, संकट मोचन,
त्रिभुवन स्वामी, अन्तर्यामी,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

हनुमत ने तुमको ध्याया राम,
पद भक्त राज का पाया राम,
*श्री रामदूत कहलाया राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,

अंजनी लाला ने गाया राम,
लंका में डंका बजाया राम,
*रावण का मान घटाया राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,

कण कण में तूँ ही समाया राम,
तेरा पार कोई न पाया राम,
*तेरी अज़ब निराली माया राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,


 
हे प्रभु मेरे, तुम को टेरे,
दास बना लो, अरे शरण लगा लो,
*मुख न मोड़ो, दिल न तोड़ो,
देर न कीजै, अरे दर्शन दीजै,
श्री राम जय राम जय जय राम ,

योगी के नाथ नियंता राम,
खड़दूषन रावण हन्ता राम,
*तुम्हें भजते सदा हनुमंता राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

श्री राम जय राम, जय जय राम ,
श्री राम जय राम, जय जय राम ,

भक्त पुकारे, साँझ सकारे,
सुना है हमने, अरे सदा है तुम में,
*भक्त उभारे, कष्ट निबारे,
प्रभु निहारो, पार उतारो,
श्री राम जय राम, जय जय राम

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