कैसे मिली भगवान शिव को उनकी तीसरी आँख?
भगवान शिव जी की हर प्रतिमा में उनके मस्तक पर एक आंख दिखाई देती है। इसे भोलेनाथ की तीसरी आंख कहते हैं। भगवान शिव के मस्तक पर तीसरी आंख है, इसलिए उन्हें त्रिलोचन भी कहा जाता है। वैसे क्या आप जानते हैं कि शिव जी को यह तीसरी आंख कैसे मिली? इस घटना के पीछे एक कहानी है, जिसमें शिव जी की तीसरी आंख का रहस्य और महत्व दोनों पता चलता है।
क्यों धारण करते हैं भगवान श्री कृष्ण मोर पंख?
एक समय की बात है, भगवान शिव कैलाश पर्वत पर तपस्या कर रहे थे, तभी देवी पार्वती वहां आईं। देवी पार्वती को मजाक सूझा और उन्होंने अपने दोनों हाथों से अपने पति शिव की आंखों को ढक लिया। देवी पार्वती को जरा भी अंदाजा नहीं था कि उनके इस मजाक का क्या परिणाम होगा।
तुलसी जी की उत्पत्ति की कथा: कैसे हुई माँ तुलसी की उत्पत्ति
जैसे ही पार्वती जी ने भगवान शिव की आंखों को ढका, वैसे ही पूरी सृष्टि में अंधेरा छा गया। सभी लोग अंधेरे से घबरा उठे। शिव जी से लोगों की यह हालत छुप नहीं सकी और उन्होंने अपने मस्तक पर एक आंख उत्पन्न कर ली। भगवान शिव की तीसरी आंख खुलते ही सारे लोकों में उजाला हो गया। तब से शिव जी की तीसरी आंख को प्रकाश और ऊर्जा का प्रतीक माना जाने लगा।
भगवान शिव इस घटना के बाद पार्वती जी को बताते हैं कि उनकी दो आंखे पूरी सृष्टि की पालनहार हैं और तीसरी आंख प्रलय का कारण। शास्त्रों में भी कहा गया है कि जब भी भगवान शिव अपनी तीसरी आंख खोलेंगे, तब संसार को विनाश का सामना करना होगा।
How Lord Shiva got his third eye?
In every statue of Lord Shiva, an eye is seen on his head. This is called the third eye of Bholenath. Lord Shiva has a third eye on his forehead, hence he is also called Trilochan. By the way, do you know how Shiv ji got this third eye? There is a story behind this incident, in which both the mystery and importance of the third eye of Lord Shiva are revealed.
Kyon Dharan Karte Hai Bhagwan Shree Krishna Mor Pankh?
Once upon a time, Lord Shiva was doing penance on Mount Kailash, when Goddess Parvati came there. Goddess Parvati understood the joke and covered the eyes of her husband Shiva with both her hands. Goddess Parvati had no idea what would be the result of this joke of hers.
The story of the origin of Tulsi ji: Kaise Hui Maa Tulsi Ki Uttpatti
As soon as Parvati ji covered Lord Shiva's eyes, darkness enveloped the entire universe. Everyone got scared of the darkness. This condition of the people could not be hidden from Lord Shiva and he created an eye on his forehead. As soon as the third eye of Lord Shiva opened, there was light in all the worlds. Since then, the third eye of Shiva came to be considered a symbol of light and energy.
Lord Shiva tells Parvati ji after this incident that her two eyes are the sustainer of the whole creation and the third eye is the cause of holocaust. It is also said in the scriptures that whenever Lord Shiva opens his third eye, then the world will face destruction.
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