Current Date: 18 Nov, 2024

कैसा प्यारा ये दरबार है

- मयंक अग्रवाल


M:- कैसा प्यारा ये दरबार है जहाँ भगतो की भरमार है – 2
   सबके मालिक ये सरकार है जिनकी दुनिया को दरकार है

कोरस:- कैसा प्यारा ये दरबार हैजहाँ भगतो की भरमार है

M:- सबके मालिक ये सरकार है जिनकी दुनिया को दरकार है

M:- कैसा प्यारा ये दरबार है जहाँ भगतो की भरमार है

M:- तेरे दरबार मे सब को हर सुख मिले,तेरी कृपा से ही श्याम जीवन चले– 2
      ऐसे दानी है दातार है सब के भर देते भंड़ार है 

कोरस:-ऐसे दानी है दातार है सब के भर देते भंड़ार है 

M:- सबके मालिक ये सरकार है जिनकी दुनिया को दरकार है

कोरस:- कैसा प्यारा ये दरबार है

M:-  श्याम साथी हो तो काम अटके नही, और मझदार मे कभी भटके नही – 2
    अपने भगतो पे करने दया रहते हरदम ये तैयार है

कोरस:- अपने भगतो पे करने दया रहते हरदम ये तैयार है

M:- सबके मालिक ये सरकार है जिनकी दुनिया को दरकार है

कोरस:- कैसा प्यारा ये दरबार है

M:-  जो भी आये यहाँ सच्चे विश्वास से, खाली लौटे नही दानी के पास से – 2
    ओम चरणों मे संसार है यहाँ अमृत की बौछार है

कोरस:- ओम चरणों मे संसार है यहाँ अमृत की बौछार है

M:- सबके मालिक ये सरकार है जिनकी दुनिया को दरकार है
कैसा प्यारा ये दरबार हैजहाँ भगतो की भरमार है

कोरस:- कैसा प्यारा ये दरबार हैजहाँ भगतो की भरमार है

M:- सबके मालिक ये सरकार है जिनकी दुनिया को दरकार है
       कैसा प्यारा ये दरबार है!
 

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