Current Date: 22 Nov, 2024

कद तू आवेगो

- मयूर रस्तोगी


कद तू आवेगो,
कद तू आवैगो,
अधीर हुया भक्तों ने,
कद तू धीर बँधावेगो,
कद तू आवैगो,
कद तू आवैगो।।

तर्ज – मैं ना भूलूंगा।

आसरो ई दुनिया में,
प्रभु जी थारो है,
डूबती जग नैया में,
सहारो थारो है,
थे भी अगर नहीं ध्यान,
दिया तो कौण बचावेगो,
कद तू आवैगो,
कद तू आवैगो।।

श्याम कद अंत होवेलो,
ये महामारी को,
बता कद भेद मिलेलो,
ई बीमारी को,
कोई मुख ना खोले,
कुण यो राज बतावेगो,
कद तू आवैगो,
कद तू आवैगो।।

मंदिर सब सुना सुना,
यो काई खेलो है,
तीरथ वीरान सा हो गया,
यो काई झमेलों है,
धर्म ध्वजा ‘नंदू’ बिन,
भगवन कुंण लहरावेगो,
कद तू आवैगो,
कद तू आवैगो।।

कद तू आवेगो,
कद तू आवैगो,
अधीर हुया भक्तों ने,
कद तू धीर बँधावेगो,
कद तू आवैगो,
कद तू आवैगो।।

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