Current Date: 17 Nov, 2024

ज्वाला मैया का चमत्कार

- Vishwajeet Lakha


M:-    आइये ज्वाला के भक्तो आज आपको में विश्वजीत लक्खा ज्वाला मईया एक 
    चमत्कार एक सत्य घटना मेरठ के ब्राह्मण परिवार में जो घटी वो आपको 
    सुनाने जा रहा हूँ श्रद्धा और भाव के साथ सुने -

M:-    तीन लोक नौ खण्ड में हो रही जय जयकार
    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार 
कोरस :-    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार
M:-    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार

M:-    भक्तो चालीस साल पुरानी
कोरस :-     भक्तो चालीस साल पुरानी 
M:-    है कलियुग की सत्य कहानी 
कोरस :-     है कलियुग की सत्य कहानी 
M:-    मेरठ में एक पंडित रहता 
कोरस :-     मेरठ में एक पंडित रहता 
M:-    कर्म कांड का धंधा करता 
कोरस :-     कर्म कांड का धंदा करता 
M:-    पत्नी उसकी माँ की पुजारन 
कोरस :-     पत्नी उसकी माँ की पुजारन 
M:-    प्रतिदिन करती पूजा अर्चन 
कोरस :-     प्रतिदिन करती पूजा अर्चन 
M:-    माँ के प्रति था भाव समर्पण 
कोरस :-     माँ के प्रति था भाव समर्पण 
M:-    हर पल करती माँ का सुमरन 
कोरस :-     हर पल करती माँ का सुमरन 
M:-    गुजर रहा था मजे से जीवन 
कोरस :-     गुजर रहा था मजे से जीवन 
M:-    ना थी घर में कोई उलझन 
कोरस :-     ना थी घर में कोई उलझन 
M:-    आठ साल का था एक बेटा
कोरस :-    आठ साल का था एक बेटा 
M:-    एक दिन ले गया भाग्य लपेटा 
कोरस :-     एक दिन ले गया भाग्य लपेटा 
M:-    बेटा सीढी उतर रहा था 
कोरस :-     बेटा सीढी उतर रहा था 
M:-    मोबाइल में उलझ रहा था 
कोरस :-     मोबाइल में उलझ रहा था 
M:-    पैर अचानक उसका फिसला 
कोरस :-     पैर अचानक उसका फिसला 
M:-    फुट गया सिर खून भी निकला 
कोरस :-     फुट गया सिर खून भी निकला 
M:-    हक्का बक्का रह गयी मैया देख खून की धार 
    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार 
कोरस :-    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार
M:-    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार

M:-    फिर मैया ने रुदन मचाया 
कोरस :-    फिर मैया ने रुदन मचाया
M:-    पास में अपना पति बुलाया 
कोरस :-    पास में अपना पति बुलाया
M:-    दौड़ा दौड़ा पंडित आया 
कोरस :-    दौड़ा दौड़ा पंडित आया
M:-    खून देखकर मन घबराया 
कोरस :-    खून देखकर मन घबराया
M:-    उठा पुत्र को उसी हाल में 
कोरस :-    उठा पुत्र को उसी हाल में
M:-    पहुंच गया वो अस्पताल में 
कोरस :-    पहुंच गया वो अस्पताल में
M:-    डाक्टर ने जब पुत्र को देखा 
कोरस :-    डाक्टर ने जब पुत्र को देखा
M:-    फ़ौरन उसका माथा ठनका 
कोरस :-    फ़ौरन उसका माथा ठनका
M:-    बोला सिर में चोट है गहरी
कोरस :-    बोला सिर में चोट है गहरी
M:-    ऑपरेशन है बहुत जरुरी 
कोरस :-    ऑपरेशन है बहुत जरुरी
M:-    मैया बोली कुछ भी करिये 
कोरस :-    मैया बोली कुछ भी करिये
M:-    मेरे लाल को अच्छा करिये 
कोरस :-    मेरे लाल को अच्छा करिये
M:-    डॉक्टर ने बतला के खर्चा 
कोरस :-    डॉक्टर ने बतला के खर्चा    
M:-    उसे थमाया दवा का पर्चा 
कोरस :-    उसे थमाया दवा का पर्चा
M:-    पंडित लेकर आया दबायी 
कोरस :-    पंडित लेकर आया दबायी
M:-    डाक्टर ने भी टीम बुलाई 
कोरस :-    डाक्टर ने भी टीम बुलाई
M:-    शुरू हो गया अगले पल हो बेटे का उपचार 
    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार 
कोरस :-    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार
M:-    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार

M:-    कर ऑपरेशन डाक्टर आया 
कोरस :-    कर ऑपरेशन डाक्टर आया
M:-    मात पिता को हाल बताया 
कोरस :-    मात पिता को हाल बताया
M:-    ऑपरेशन तो सफल हो गया 
कोरस :-    ऑपरेशन तो सफल हो गया
M:-    रोग नया एक और हो गया 
कोरस :-    रोग नया एक और हो गया
M:-    कहता एक दम सही बात में 
कोरस :-    कहता एक दम सही बात में
M:-    नहीं रौशनी रही आंखे में 
कोरस :-    नहीं रौशनी रही आंखे में
M:-    चोट के कारण गयी रौशनी 
कोरस :-    चोट के कारण गयी रौशनी
M:-    मुश्किल आना नयी रौशनी 
कोरस :-    मुश्किल आना नयी रौशनी
M:-    सुनकर के डाक्टर की बाणी 
कोरस :-    सुनकर के डाक्टर की बाणी
M:-    मात पिता को हुई हैरानी 
कोरस :-    मात पिता को हुई हैरानी
M:-    आंसू आंख में रुक ना पाये 
कोरस :-    आंसू आंख में रुक ना पाये
M:-    बेचैनी से लैब पड़पड़ाये 
कोरस :-    बेचैनी से लैब पड़पड़ाये
M:-    दोनों अपना मुँह लटकाये 
कोरस :-    दोनों अपना मुँह लटकाये
M:-    बेटा को घर वापिस लाये 
कोरस :-    बेटा को घर वापिस लाये
M:-    समय ने डाला ऐसा फंदा 
कोरस :-    समय ने डाला ऐसा फंदा
M:-    बेटा हो गया आंख से अँधा 
कोरस :-    बेटा हो गया आंख से अँधा    
M:-    टहल टकोरी करती मैया बनकर सेवादार 
    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार 
कोरस :-    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार
M:-    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार

M:-    खोयी खोयी सी रहती माता 
कोरस :-    खोयी खोयी सी रहती माता
M:-    खाना पीना उसे ना भाता 
कोरस :-    खाना पीना उसे ना भाता
M:-    मांगे माँ से रोज दुहाई 
कोरस :-    मांगे माँ से रोज दुहाई
M:-    दया करो मेरी ज्वाला माई 
कोरस :-    दया करो मेरी ज्वाला माई 
M:-    तेरे बिना नहीं कोई मेरा 
कोरस :-    तेरे बिना नहीं कोई मेरा
M:-    एक सहारा मुझको तेरा 
कोरस :-    एक सहारा मुझको तेरा
M:-    भूल चूक मेरी बक्शो माई 
कोरस :-    भूल चूक मेरी बक्शो माई
M:-    मेरे पुत्र की करो सहाई 
कोरस :-    मेरे पुत्र की करो सहाई
M:-    अँधा हो गया पुत्र हमारा 
कोरस :-    अँधा हो गया पुत्र हमारा
M:-    जीवन में छाया अँधियारा 
कोरस :-    जीवन में छाया अँधियारा
M:-    नईया कैसे पार लगेगी 
कोरस :-    नईया कैसे पार लगेगी
M:-    जाने कब तू महर करेगी 
कोरस :-    जाने कब तू महर करेगी
M:-    तभी गगन में कड़की बिजली 
कोरस :-    तभी गगन में कड़की बिजली
M:-    हुई रौशनी उजली उजली 
कोरस :-    हुई रौशनी उजली उजली
M:-    माँ ने नजर उठाकर देखा 
कोरस :-    माँ ने नजर उठाकर देखा
M:-    ज्वाला माँ को बुलाते देखा 
कोरस :-    ज्वाला माँ को बुलाते देखा
M:-    उसकी हिम्मत दुगनी हो गयी कर माँ का दीदार 
    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार 
कोरस :-    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार
M:-    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार

M:-    फिर आये माँ के नवराते 
कोरस :-    फिर आये माँ के नवराते
M:-    होने लगे घर घर जगराते 
कोरस :-    होने लगे घर घर जगराते
M:-    चले दीवाने दर्शन करने 
कोरस :-    चले दीवाने दर्शन करने
M:-    माँ का दिल भी लगा उछलने 
कोरस :-    माँ का दिल भी लगा उछलने
M:-    अपने घर से ताला देकर 
कोरस :-    अपने घर से ताला देकर
M:-    पति पुत्र को साथ में लेकर 
कोरस :-    पति पुत्र को साथ में लेकर
M:-    ध्वजा नारियल पान सुपारी 
कोरस :-    ध्वजा नारियल पान सुपारी
M:-    उसने खरीदी बारी बारी
कोरस :-    उसने खरीदी बारी बारी
M:-    लाल चुनरिया बांध के सिर पे 
कोरस :-    लाल चुनरिया बांध के सिर पे
M:-    जा पहुंची मैया के दर पे 
कोरस :-    जा पहुंची मैया के दर पे
M:-    ज्वाला माँ का दरशन पाया 
कोरस :-    ज्वाला माँ का दरशन पाया
M:-    बड़े प्रेम से भोग लगाया 
कोरस :-    बड़े प्रेम से भोग लगाया
M:-    जब चरणों में धोक लगायी
कोरस :-     जब चरणों में धोक लगायी
M:-    ज्वाला माँ ने दया लुटाई 
कोरस :-    ज्वाला माँ ने दया लुटाई
M:-    ज्योति में से ज्योति निकरी 
कोरस :-    ज्योति में से ज्योति निकरी
M:-    बेटे की आँखों में उत्तरी 
कोरस :-    बेटे की आँखों में उत्तरी
M:-    पलक झपकते मिठे आंख के सारे दोष विकार 
    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार 
कोरस :-    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार
M:-    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार
    
M:-    माँ बेटे बोले जयकारे
    मैया तेरे खेल है न्यारे 
    जो कोई आता द्वार तुम्हारे 
    उसके भरती तुम भण्डारे
    निर्धन को तू माया देती 
    कोढ़ी को तू काया देती 
    बांझन की तू गोदी भरती 
    दिन दुखी का संकट हरती
    भखे को तू रोटी देती 
    अंधे को तू ज्योति देती 
    भटके को तू राह दिखाती 
    बिछड़े को तू घर पहुँचाती
    राजा हो या सेठ भिखारी 
    तू है सबकी पालन हारी 
    तू कहलाती करुणा सागर 
    सब है तुझको एक बराबर 

M:-    कहे अनाड़ी विश्वजीत है माँ का साँचा द्वार 
    माँ ज्वाला आदि भवानी की लीला अपरम्पार 

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