Current Date: 28 Dec, 2024

जग झूठा झूठा लागे रे

- सरविन बंकर


जग झूठा झूठा लागे रे,
मेरा भोला सच्चा लागे

सत्ये धर्म पर चले वाले दर दर ठोकर खाये,
चोर लफंगे मजा करेंगे झूठा मौज उड़ाए,
जग झूठा झूठा लागे रे||

जवान बेटा घर में बैठे बुढो से काम कराये,
सास नींदे काम करे इन बहुए के मन भाये,
जग झूठा झूठा लागे रे

शर्म लगे मंदिर जाने में रोज सिनेमा जाए,
नाचे अंग और खेल तमाशा सब के मन को भाये,
जग झूठा झूठा लागे रे

तू छोड़ न बंधन तोड़ न बंधन,
तू ही तू मेरा मेरा भोला तू मेरा शम्भू तू शिव शंकर तू मेरा,
जग झूठा झूठा लागे रे||

तू घट घट वासी शिव कैलाशी हे वनवासी रे,
तू कष्ट हरे विषपान करे तू गंगाधारी रे,
जग झूठा झूठा लागे रे

तूने जग की विपता तारी रे तेरी किरपा सब से भार,
तेरे जैसा कोई दूजा न रे संवीन जो करे तेरी पूजा ,
जग झूठा झूठा लागे रे

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