M:- जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
कोरस:- जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
M:- क्या जीवन क्या मरण का वीण -2 खेल रचाया लकड़ी का
जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
कोरस:- जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
M:- जिस मे तेरा-2, जन्म हुआ वो पलंग बना था लकड़ी का -2
माता तुम्हारी-2, लोरी गाये वो पलना था लकड़ी का
जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
कोरस:- जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
M:- पढ़ने चला जब-2, पाठशाला मे ले पनपाटी लकड़ी का -2
गुरू ने जब जब-2, डर दिखलाया वो डंडा था लकड़ी का
जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
कोरस:- जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
M:- जिस मे तेरा-2, ब्याह रचाया वो मंडप था लकड़ी का -2
जिस पे तेरी-2, तेरी सईया सजाई वो पलंगथा लकड़ी का
भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
कोरस:- जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
M:- डोली पालकी-2, और जनाजा सब कुछ ये लकड़ी का -2
जन्म मरण के-2, इस मेले मे है सहारा लकड़ी का
जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
कोरस:- जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
M:- क्या राजा-2, क्या रंक मनुष्य संग अंत सहारा लकड़ी का -2
कहत कबीरा-2, सुनो भई साधु ले ले तंबूरा लकड़ी का
जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
कोरस:- जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
M:- क्या जीवन क्या मरण का वीण -2 खेल रचाया लकड़ी का
जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का
कोरस:- जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ीदेख तमाशा लकड़ी का-2
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