Current Date: 22 Nov, 2024

झोली भर दो गणपति

- Satyendra Pathak


M:-    शरण में तेरी आये हमारी झोली भर दो 
    शरण में तेरी आये हमारी झोली भर दो 
    गणो  के नाथ हम पर कृपा इतनी तुम कर दो 
    शरण में तेरी आये हमारी झोली भर दो 
    गणो  के नाथ हम पर कृपा इतनी तुम कर दो 
    शरण में तेरी आये ......................................

M:-    दुखो ने है सताया ना कुछ भी काम आया 
    जो अपना था जहाँ में हुआ वो भी पराया 
    दुखो ने है सताया ना कुछ भी काम आया 
    जो अपना था जहाँ में हुआ वो भी पराया 
    कुछ ऐसी युक्ति कर दो दीलो में प्रेम भर दो 
    कुछ ऐसी युक्ति     कर दो दीलो में प्रेम भर दो 
    सुखी हो जाए जीवन प्रभु तुम ऐसा वर दो 
    शरण में तेरी आये ......................................

M:-    करे हम वंदना प्रभु गौरी के नंदन प्रभु 
    रिद्धि सिद्धि के स्वामी प्रभु है अन्तर्यामी 
    करे हम वंदना प्रभु गौरी के नंदन प्रभु 
    रिद्धि सिद्धि के स्वामी प्रभु है अन्तर्यामी 
    सभी है अतिशय प्यारे किये मुसक सवारी 
    सभी है अतिशय प्यारे किये मुसक सवारी 
    बेड़ी चढ़ द्वार आये तेरी जयकार लगाए 
    शरण में तेरी आये ......................................

M:-    तुम हो घट घट के वासी है गणपत मंगल राशि 
    शीघ्र फिर से आ जाओ जग में खुशिया भर जाओ 
    तुम हो घट घट के वासी है गणपत मंगल राशि 
    शीघ्र फिर से आ जाओ जग में खुशिया भर जाओ 
    है गणपति जल्दी आओ गजानन जल्दी आओ 
    है गणपति जल्दी आओ गजानन जल्दी आओ 
    गणो के नाथ हम पर कृपा इतनी दे जाओ 

    शरण में तेरी आये हमारी झोली भर दो 
    शरण में तेरी आये हमारी झोली भर दो 
    गणो  के नाथ हम पर कृपा इतनी तुम कर दो 
    शरण में तेरी आये हमारी झोली भर दो 
    गणो  के नाथ हम पर कृपा इतनी तुम कर दो 
    शरण में तेरी आये ......................................

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