Current Date: 23 Dec, 2024

जय जय जय जय मां काली

- Aditya Pandit


जय जय जय जय मां काली मुंडमाल गले में डाली -2
गई कूद है रण में महाकाली -4
असुरों को मारा है मां ने भक्तों को तारा है मां ने
धरती से पाप का नाश करें चुन-चुन कर चाटा है मां ने
महिषासुर मारण वाली मुंडमाल गले में डाली
गई कूद है रण में महाकाली -3
जो गल हाकार मचाए हैं भैरव खप्पर भरवाए हैं
मां का त्रिशूल चले आगे कोई भी टिक ना पाए हैं
कोई वार गया ना खाली मुंडमाल गले में डाली
गई कूद है रण में महाकाली -3
नहीं रुकी त्रिशूल की माया है काली रण मार गिराया है
दुष्टों का संहार किया मां ने कोई पार ना मां का पाया है
मां ऐसी है बलशाली मुंडमाल गले में डाली
गई कूद है रण में महाकाली -3
देवों का मान बढ़ाया है यह मां काली महामाया है
आदिश इस की शरण में आया है जेपी ने दर्शन पाया है
गांव महिमा बजाकर ताली मुंडमाल गले में डाली
गई कूद है रण में महाकाली -3
जय जय जय जय मां काली मुंडमाल गले में डाली 
गई कूद है रण में महाकाली -4
 

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।