Current Date: 22 Dec, 2024

जन जन के प्रिये राम लखन सिया वन को जाते हैं (Jan Jan Ke Priye Ram Lakhan Siya Van Ko Jaate Hain)

- Ravindra Jain and Kavita Krishnamurthy


जन जन के प्रिये राम लखन सिया वन को जाते हैं लिरिक्स हिंदी में (Jan Jan Ke Priye Ram Lakhan Siya Van Ko Jaate Hain Lyrics in Hindi)

विधना तेरे लेख किसी के, समझ न आते है
जन जन के प्रिय राम लखन सिय, वन को जाते है

खाटू श्याम जी का सबसे शक्तिशाली भजन: शुकर करूँ तेरा खाटूवाले

जन जन के प्रिय राम लखन सिय (जन जन के प्रिय राम लखन सिय)
वन को जाते है (वन को जाते है) (हो ओ ओ)

ओ विधना तेरे लेख किसी के, समझ न आते है

एक राजा के राज दुलारे वन-वन फिरते मारे-मारे

एक राजा के राज दुलारे (एक राजा के राज दुलारे)
वन-वन फिरते मारे-मारे (वन-वन फिरते मारे-मारे)

श्याम बाबा का सबसे बढ़िया भजन: खाटू के राजा

होनी हो कर रहे कर्म गति टरे नहीं काहू के टारे
सबके कष्ट मिटाने वाले कष्ट उठा ते हैं

जन जन के प्रिय राम लखन सिय (जन जन के प्रिय राम लखन सिय)
वन को जाते है (वन को जाते है)

कन्हैया मित्तल जी का सबसे मनमोहक भजन: बाबा मैं हारा हूँ

हो ओ ओ, विधना तेरे लेख किसी के, समझ न आते है

उभय बीच सिया सोहती कैसे, ब्रह्म जीव बीच माया जैसे
फूलों से चरणों में काँटे विधिना क्यूँ दुःख दिने ऐसे

पग से बहे लहू की धारा हरी चरणों से गंगा जैसे
संकट सहज भाव से सहते और मुसकाते हैं

तुमसे ना बोलु साँवरे

जन जन के प्रिय राम लखन सिय (जन जन के प्रिय राम लखन सिय)
वन को जाते है (वन को जाते है)

हो ओ ओ, विधना तेरे लेख किसी के, समझ न आते है
जन जन के प्रिय राम लखन सिय, वन को जाते है

इस भजन से श्री श्याम होते हैं प्रशन्न: सेवक

जन जन के प्रिय (जन जन के प्रिय) (जन जन के प्रिय)
राम लखन सिय (राम लखन सिय) (राम लखन सिय)
वन को जाते है (वन को जाते है) (वन को जाते है)

जन जन के प्रिये राम लखन सिया वन को जाते हैं लिरिक्स अंग्रेजी में (Jan Jan Ke Priye Ram Lakhan Siya Van Ko Jaate Hain Lyrics in English)

Vidhanaa tere lekh kisii ke, samajh n aate hai
Jan jan ke priy raam lakhan siy, van ko jaate hai

Most Powerful Bhajan of Khatu Shyam Ji: Shukar Karun Tera Khatuwale

Jan jan ke priy raam lakhan siy (jan jan ke priy raam lakhan siya)
Van ko jaate hai (van ko jaate hai) (ho o o)

O vidhanaa tere lekh kisii ke, samajh n aate hai

Ek raajaa ke raaj dulaare van-van phirate maare-maare

Ek raajaa ke raaj dulaare (ek raajaa ke raaj dulaare)
Van-van phirate maare-maare (van-van phirate maare-maare)

Best Bhajan of Shyam Baba: Khatu Ke Raja

Honii ho kar rahe karm gati ṭare nahiin kaahuu ke ṭaare
Sabake kashṭ miṭaane vaale kashṭ uṭhaa te hain

Jan jan ke priy raam lakhan siy (jan jan ke priy raam lakhan siya)
Van ko jaate hai (van ko jaate hai)

The most adorable hymn of Kanhaiya Mittal ji: Baba Main Haara Hu

Ho o o, vidhanaa tere lekh kisii ke, samajh n aate hai

Ubhay biich siyaa sohatii kaise, brahm jiiv biich maayaa jaise
Phuulon se charaṇon men kaanṭe vidhinaa kyuun duahkh dine aise

Pag se bahe lahuu kii dhaaraa harii charaṇon se gangaa jaise
Sankaṭ sahaj bhaav se sahate owr musakaate hain

Tumse Na Bolu Sanware

Jan jan ke priy raam lakhan siy (jan jan ke priy raam lakhan siya)
Van ko jaate hai (van ko jaate hai)

Ho o o, vidhanaa tere lekh kisii ke, samajh n aate hai
Jan jan ke priy raam lakhan siy, van ko jaate hai

Shri Shyam is pleased with this hymn: Sewak

Jan jan ke priy (jan jan ke priya) (jan jan ke priya)
Raam lakhan siy (raam lakhan siya) (raam lakhan siya)
Van ko jaate hai (van ko jaate hai) (van ko jaate hai)

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