Current Date: 21 Nov, 2024

जयपुर से लाई मैं तो चुनरी (Jaipur Se Layi Main Chunri)

- Lakhbir Singh Lakkha


जयपुर से लाई मैं तो चुनरी लिरिक्स हिंदी में (Jaipur Se Layi Main Chunri Lyrics in Hindi)

जयपुर से लाई मैं तो,
चुनरी रंगवाई के,
गोटा किनारी अपने,
हाथो लगवाई के,
मैया को ओढ़ाउंगी,
द्वारे पे जाइके ॥


चंदा की किरणों से,
सूरज की लाली से,
नीले समंदर से,
वन की हरियाली से,
रंग मांगे चुनरी खातिर,
कुदरत मतवाली से,
दुनिया की नजरो से,
रखी बचाई के,
मैया को ओढ़ाउंगी,
द्वारे पे जाइके ॥


जयपुर से लाई मैं तो,
चुनरी रंगवाई के,
गोटा किनारी अपने,
हाथो लगवाई के,
मैया को ओढ़ाउंगी,
द्वारे पे जाइके ॥

रिमझिम फुहारों की जब,
सावन रुत आएगी,
सखियों संग झूला झूलने,
मैया जब जाएगी,
झूले संग आसमान में,
चुनरी लहराइयेगी,
रह जाये इंद्रधनुष के,
रंग शरमाइके,
मैया को ओढ़ाउंगी,
द्वारे पे जाइके ॥


जयपुर से लाई मैं तो,
चुनरी रंगवाई के,
गोटा किनारी अपने,
हाथो लगवाई के,
मैया को ओढ़ाउंगी,
द्वारे पे जाइके ॥

मैया के मन भाएगी,
चुनरी निराली ये,
मुश्किल घडी में होगी,
मेरी रखवाली ये,
चुनरी के रंग में लख्खा,
जिंदगी रंगवाली ये,
चुनरी में मात सरल को,
रखना छुपाईके,
मैया को ओढ़ाउंगी,
द्वारे पे जाइके ॥

जयपुर से लाई मैं तो,
चुनरी रंगवाई के,
गोटा किनारी अपने,
हाथो लगवाई के,
मैया को ओढ़ाउंगी,
द्वारे पे जाइके ॥

जयपुर से लाई मैं तो चुनरी लिरिक्स अंग्रेज़ी में (Jaipur Se Layi Main Chunri Lyrics in English)

Jaipur Se Lai Main to,
Chunri Rangvai Ke,
Gota Kinari Apne,
Hatho Lagvai Ke,
Maiya Ko Odhaungi,
Dware Pe Jaike ॥
Chanda Ki Kirnon Se,
Sooraj Ki Laali Se,
Neele Samandar Se,
Van Ki Hariyali Se,
Rang Mange Chunri Khatir,
Kudrat Matvaali Se,
Duniya Ki Najro Se,
Rakhi Bachai Ke,
Maiya Ko Odhaungi,
Dware Pe Jaike ॥

Jaipur Se Lai Main to,
Chunri Rangvai Ke,
Gota Kinari Apne,
Hatho Lagvai Ke,
Maiya Ko Odhaungi,
Dware Pe Jaike ॥

Rimjhim Phuhaaron Ki Jab,
Sawan Rut Aaegi,
Sakhiyon Sang Jhoola Jhoolne,
Maiya Jab Jaegi,
Jhoole Sang Aasman Mein,
Chunri Laharayegi,
Rah Jaaye Indradhanush Ke,
Rang Sharmaike,
Maiya Ko Odhaungi,
Dware Pe Jaike ॥

Jaipur Se Lai Main to,
Chunri Rangvai Ke,
Gota Kinari Apne,
Hatho Lagvai Ke,
Maiya Ko Odhaungi,
Dware Pe Jaike ॥

Maiya Ke Mann Bhaegi,
Chunri Nirali Ye,
Mushkil Ghadi Mein Hogi,
Meri Rakhwali Ye,
Chunri Ke Rang Mein Lakhkha,
Zindagi Rangvali Ye,
Chunri Mein Maat Saral Ko,
Rakhna Chhupaike,
Maiya Ko Odhaungi,
Dware Pe Jaike ॥

Jaipur Se Lai Main to,
Chunri Rangvai Ke,
Gota Kinari Apne,
Hatho Lagvai Ke,
Maiya Ko Odhaungi,
Dware Pe Jaike ॥

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