Current Date: 24 Nov, 2024

जय श्री हनुमान (Jai Shree Hanuman)

- Sagar Sufi


जय श्री हनुमान लिरिक्स हिंदी में (Jai Shree Hanuman Lyrics in Hindi)

समझ के सूरज को फल जिसने पल में ग्रास बनाया,
दर विकराल रूप इक पल में खाख में लंका को मिलाया


मात अंजना का जो लाडला पूत पवन कहलाया,
जिस की ताकत की नहीं उपमा पर्वत जिस ने उठाया,
लाये सजीवन लक्ष्मण जी को जिस ने जीवन नया दिलाया,
समझ के सूरज को फल जिसने पल में ग्रास बनाया

मन का मनका माला करदी हरी दर्श नहीं पाया.
मात सिया की शंका मिटा दी चीर के सीना दिखया,
राम भक्त न होगा तुम सा ऐसा वर तुम ने है पाया,हनुमत पाया,
समझ के सूरज को फल जिसने पल में ग्रास बनाया

समझ के सूरज को फल जिसने पल में ग्रास बनाया,
दर विकराल रूप इक पल में खाख में लंका को मिलाया

जय श्री हनुमान लिरिक्स अंग्रेजी में (Jai Shree Hanuman Lyrics in English)

samjh ke sooraj ko phal jisane pal me graas banaaya,
dar vikaraal roop ik pal me khaakh me lanka ko milaayaa


maat anjana ka jo laadala poot pavan kahalaaya,
jis ki taakat ki nahi upama parvat jis ne uthaaya,
laaye sajeevan lakshman ji ko jis ne jeevan naya dilaaya,
samjh ke sooraj ko phal jisane pal me graas banaayaa

man ka manaka maala karadi hari darsh nahi paayaa.
maat siya ki shanka mita di cheer ke seena dikhaya,
ram bhakt n hoga tum sa aisa var tum ne hai paaya,hanumat paaya,
samjh ke sooraj ko phal jisane pal me graas banaayaa

samjh ke sooraj ko phal jisane pal me graas banaaya,
dar vikaraal roop ik pal me khaakh me lanka ko milaayaa

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