M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - करवा चौथ के व्रत के आगे करवा चौथ के व्रत के आगे हार गए भगवान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
1.
वार्ता:- आज में आपको करवा चौथ की ऐसी पावन महिमा सुनाने जा रहा हूँ जो बहुत
ही मार्मिक है बहुत ही ह्रदय स्पर्शी है गायत्री नाम की एक नेक महिला जो
हमेशा हर क्षण अपने पति अपने परिवार के लिए न्योछावर रहती है गायत्री
का पति किसी दूसरे शहर में नौकरी करता है वो करवा चौथ के पावन पर्व
पर अपनी पत्नी गायत्री से आने का वादा करता है गायत्री करवा चौथ का व्रत
रखती है पति के इन्तजार में पूरा दिन बीत जाता है मगर पति नहीं आता है
चाँद भी निकल आता है मगर उसका पति नहीं आता है पत्नी अपने पति का
चेहरा देखकर पति के हाथो पानी पिने का संकल्प लिए बैठी पति का इन्तजार
कर रही है मगर उसका पति नहीं आता है क्यों नहीं आता है आइये इस
पावन कथा के माध्यम से सुनते है -
M: - कही किसी एक शहर में एक सुन्दर से घर में
बहु संग सास ससुर के उनका बेटा था घर में
कोरस:- बहु संग सास ससुर के उनका बेटा था घर में
M: - कही किसी एक शहर में एक सुन्दर से घर में
बहु संग सास ससुर के उनका बेटा था घर में
कोरस:- बहु संग सास ससुर के उनका बेटा था घर में
M: - बहु पति और सास ससुर को बहु पति और सास ससुर को देती बड़ा सम्मान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
2.
वार्ता:- एक छोटे कस्बानुमा शहर में एक परिवार रहता था माता पिता बेटा और बहु
चार लोगो का परिवार बड़े ही प्रेम भाव और शान्ति के साथ रहता था बहु
अपने सास ससुर और पति को बहुत सम्मान देती थी उसके लिए सास ससुर
और पति ही सब कुछ थे घर में थोड़ी तंगहाली थी इस लिए एक रात पति ने
पत्नी से कहा की में किसी दूसरे शहर में जाके कोई काम धंधा या कोई
नौकरी कर लेता हूँ जिससे हमारा परिवार सुखी और खुशहाल रह सके पत्नी
कहती है अगले महीने ही करवा चौथ का पावन पर्व है और ये मेरा पहला व्रत
है आप करवा चौथ के बाद चले जाना पति कहता है करवा चौथ वाले दिन में
एक दिन के लिए चला आऊंगा तुम चिंता क्यों करती हो -
M: - पत्नी से करके वादा जाने का किया इरादा
आऊंगा करवा चौथ पे शहर ना दूर है ज्यादा
कोरस:- आऊंगा करवा चौथ पे शहर ना दूर है ज्यादा
M: - पत्नी से करके वादा जाने का किया इरादा
आऊंगा करवा चौथ पे शहर ना दूर है ज्यादा
कोरस:- आऊंगा करवा चौथ पे शहर ना दूर है ज्यादा
M: - अगले रोज ही जाने के लिए अगले रोज ही जाने के लिए बाँध रहा सामान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
3.
वार्ता:- पत्नी से करवा चौथ पे आने का वादा करके माता पिता से आज्ञा लेके शहर
जाने की तैयारी करता है बैग में अपने कपड़े व् जरूरी सामान पैक करता है
पत्नी का चेहरा लटका हुआ है मुँह फुलाये पति से नाराज सी लग रही है -
M: - अच्छे पकवान बनाये पति को मन से खिलाये
लग रही रूठी रूठी बैठी है गाल फुलाये
कोरस:- लग रही रूठी रूठी बैठी है गाल फुलाये
M: - अच्छे पकवान बनाये पति को मन से खिलाये
लग रही रूठी रूठी बैठी है गाल फुलाये
कोरस:- लग रही रूठी रूठी बैठी है गाल फुलाये
M: - रूठ गयी चेहरे की रौनक रूठ गयी चेहरे की रौनक रूठ गयी मुस्कान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
4.
वार्ता:- वो रूठी रूठी सी लग रहे है पति का जाना उसको अच्छा नहीं लग रहा है
अच्छे अच्छे पकवान बनाके खिलाती है रास्ते के लिए टिफिन भी तैयार करती
है मगर गाल फुले हुए है चेहरे की रौनक ना जाने कहाँ चली गयी है पति से
कहती है -
M: - सुनो जी भूल ना जाना पर्व पे घर आ जाना
जान दे दूंगी में अपनी अगर कोई किया बहाना
कोरस:- जान दे दूंगी में अपनी अगर कोई किया बहाना
M: - सुनो जी भूल ना जाना पर्व पे घर आ जाना
जान दे दूंगी में अपनी अगर कोई किया बहाना
कोरस:- जान दे दूंगी में अपनी अगर कोई किया बहाना
M: - आ जाना तुम करवा चौथ को आ जाना तुम करवा चौथ को ये है मेरा फरमान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
5.
वार्ता:- पत्नी अपने पति को प्यार भरी चेतावनी सी देती है उसमे उसका प्यार भी
झलकता है समर्पण भी दीखता है और पति के ऊपर अधिकार भी दिखाई
देता है आइये सुनाते है -
M: - अगर तुम ना आओगे हमे भी ना पाओगे
रोओगे चीखोगे तुम और तुम पछताओगे
कोरस:- रोओगे चीखोगे तुम और तुम पछताओगे
M: - अगर तुम ना आओगे हमे भी ना पाओगे
रोओगे चीखोगे तुम और तुम पछताओगे
कोरस:- रोओगे चीखोगे तुम और तुम पछताओगे
M:- पहले करवा चौथ की मेरे पहले करवा चौथ की मेरे दिल में बड़े अरमान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
6.
वार्ता:- सुनलो जी ये मेरा पहला करवा चौथ है मेरे दिल में बहुत सारे अरमान है
तुमको लेकर तुम्हारी सलामती को लेकर इसलिए याद रहे चाहे कुछ भी हो
जाए करवा चौथ वाले दिन आ जाना अगर नहीं आये ना तो देख लेना बहुत
पछताओगे -
M: - पति बोला मुस्काके पत्नी को गले लगाके
सुनो तुम करवा चौथ पे तुमसे में मिलूंगा आके
कोरस:- सुनो तुम करवा चौथ पे तुमसे में मिलूंगा आके
M: - पति बोला मुस्काके पत्नी को गले लगाके
सुनो तुम करवा चौथ पे तुमसे में मिलूंगा आके
कोरस:- सुनो तुम करवा चौथ पे तुमसे में मिलूंगा आके
M: - मुंह ना फुलाओ हस भी दो तुम मुंह ना फुलाओ हस भी दो तुम यु ना बनो नादान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
7.
वार्ता:- पति पत्नी से पक्का वादा करता है करवा चौथ पे आने के लिए माँ बाप के पांव
छुके आशीर्वाद लेता है बेग उठाता है और घर से बाहर निकल जाता है माँ
बाप पत्नी सबकी आंखे नम हो जाती है पति के जाने के बाद बहु सास ससुर
की जी भरके सेवा करती है टाइम से चाय नाश्ता दवाइयां टाइम से खाना देर
रात तक सास के पांव दबाती और अपने पति की यादो को अपनी आँखों में बसा के
सो जाती है -
M: - सेवा वो सास ससुर की पुरे तन मन से करती
पहले वो उन्हें खिलाती बाद खुद भोजन करती
कोरस:- पहले वो उन्हें खिलाती बाद खुद भोजन करती
M: - सेवा वो सास ससुर की पुरे तन मन से करती
पहले वो उन्हें खिलाती बाद खुद भोजन करती
कोरस:- पहले वो उन्हें खिलाती बाद खुद भोजन करती
M: - उसके लिए पति सास ससुर ही उसके लिए पति सास ससुर ही सबसे बड़े भगवान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
8.
वार्ता:- उधर उसके पति को शहर में एक अच्छी कम्पनी में नौकरी मिल जाती है पति पढ़ा
लिखा था होशियार था ऑफिस में ऊँची पोस्ट पे कार्यरत जो जाता है इधर
धीरे धीरे करवा चौथ का पावन पर्व नजदीक आने लगता है एक दिन बहु
अपनी सास के बाल सवारते हुए करवा चौथ के व्रत के बारे में पूछती है की
व्रत कैसे किया जाता है किन किन बातो का पालन करना पड़ता है तो उसकी
सास अपनी बहु को बड़े प्यार से समझाती है -
M: - बहु को सास बताये जो व्रत के नियम सिखाये
बात वो करवा चौथ की बहु को सब समझाये
कोरस:- बात वो करवा चौथ की बहु को सब समझाये
M: - बहु को सास बताये जो व्रत के नियम सिखाये
बात वो करवा चौथ की बहु को सब समझाये
कोरस:- बात वो करवा चौथ की बहु को सब समझाये
M: - जैसा बताया वैसा ही करना जैसा बताया वैसा ही करना तू बात हमारी मान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
9.
वार्ता:- उसकी सास ने उसको करवा चौथ की व्रत के सारे नियम और सावधानियां
बताती है कैसे व्रत का पालन करना पुरे दिन बिना कुछ खाये बिना जल
पीये कैसे रहना है कैसे सुहागिनों के साथ करवा चौथ की कथा सुननी है जब
तक चाँद ना नजर आये तब तक खाना पीना नहीं है पानी पति के हाथ से ही
पीना चाहिए पति का चेहरा देखने के बाद -
M: - सास ने जो समझाया बहु ने मन में बसाया
और फिर करवा चौथ का वो पावन दिन भी आया
कोरस:- और फिर करवा चौथ का वो पावन दिन भी आया
M: - सास ने जो समझाया बहु ने मन में बसाया
और फिर करवा चौथ का वो पावन दिन भी आया
कोरस:- और फिर करवा चौथ का वो पावन दिन भी आया
M: - सास गयी बाजार व्रत का सास गयी बाजार व्रत का ले आयी सामान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
10.
वार्ता:- आज करवा चौथ का पावन पर्व था सास बहु दोनों ही अपने अपने पतियों की
लम्बी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखती है सास बाजार पूजा पाठ का
सारा सामान लेके आती है बहु की नजरो में बार बार पति का चेहरा घूम रहा है
आज वो आएंगे अपने हाथो से पानी पिलायेंगे आसमान के चाँद को देखने के
बाद में अपने चाँद को देखके उनके हाथो से जल ग्रहण करुँगी बहु बड़ी
उत्साहित सी लग रही थी उसकी नजरे बार बार घर के दरवाजे पे चली जाती
थी वो बार बार बाहर निकल के रास्ता देखती फिर निराश होकर अंदर आ
जाती -
M: - सुबह से शाम हो गयी बहु परेशान हो गयी
ना उसका पति था आया जान बेजान हो गयी
कोरस:- ना उसका पति था आया जान बेजान हो गयी
M: - सुबह से शाम हो गयी बहु परेशान हो गयी
ना उसका पति था आया जान बेजान हो गयी
कोरस:- ना उसका पति था आया जान बेजान हो गयी
M: - माता पिता भी चिंतित हो गए माता पिता भी चिंतित हो गए आयी ना घर संतान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
11.
वार्ता:- उधर उसका पति बस से उतरता है बड़ा सा बेग काँधे पे लटकाये परिवार से
मिलने की ख़ुशी उसके चेहरे पे देखी जा सकती थी और इधर घर में सुहागिनों
के साथ बैठ के सास बहु करवा चौथ की कथा सुन रही है मगर बहु की
नजरे बार बार दरवाजे की तरफ चली जाती है कथा सम्पन्न होती है सास बहु
मगर बहुत उदास लग रही है उधर उसका पति ऑटो से उतर के पगडंडी वाली
पतली सड़क पे पैदल चलता हुआ अपने घर की तरफ बढ़ रहा है -
M: - राह में खड़े थे गुंडे लेके वो चाकू डंडे
अकेला वो था बेचारा और ये तीन थे बंदे
कोरस:- अकेला वो था बेचारा और ये तीन थे बंदे
M: - राह में खड़े थे गुंडे लेके वो चाकू डंडे
अकेला वो था बेचारा और ये तीन थे बंदे
कोरस:- अकेला वो था बेचारा और ये तीन थे बंदे
M: - मार पीट के उसके हाथ से मार पीट के उसके हाथ से छीन लिया सामान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
12.
वार्ता:- रास्ते में कुछ गुंडे मिल जाते है उसको मारते है उसका सारा पैसा और सामान
छीन लेते है उसको मरा हुआ समझ के खाई में फेक के भाग जाते है कैसी
विडंबना है ये एक तरफ उसकी पत्नी पति की लम्बी उम्र के लिए करवाचौथ
का व्रत कर रही है एक तरफ उसका पति मरा पड़ा है आगे क्या होता है
आइए सुनते है -
M: - डूबा दिन रात हो गयी जाने क्या बात हो गयी
शहर से पति ना आया जाने क्या घात हो गयी
कोरस:- शहर से पति ना आया जाने क्या घात हो गयी
M:- डूबा दिन रात हो गयी जाने क्या बात हो गयी
शहर से पति ना आया जाने क्या घात हो गयी
कोरस:- शहर से पति ना आया जाने क्या घात हो गयी
M: - चाँद नजर आ रहा था छत से चाँद नजर आ रहा था छत से खिला हुआ आसमान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
13.
वार्ता:- रात हो चुकी थी छत से चाँद नजर आ रहा था बहु की आंखे बरसने लगी थी
सास उसको बहुत समझाती है काम में फस गया होगा इसलिए नहीं आ पाया
बेटी तू चाँद देख के पानी पीले मगर बहु मन से फैसला कर चुकी थी पानी तो
में अपने पति के हाथ से ही पिऊँगी चाहे कुछ भी हो जाए जब तक वो नहीं
आएंगे में उनके लिए भूखी प्यासी ही रहूंगी सास ससुर के लाख समझाने पर
भी बहु अपना इरादा नहीं बदलती है मजबूरन सास छत पे जाके चाँद देखती
है ससुर सास को पानी पिलाता है दोनों छत से निचे आ जाते है बहु सोफे पे
बैठी एक टक बिना पलके झपकाए दरवाजे की तरफ देख रही है आँखों से
आंसू बरस रहे है सास ससुर परेशान भी है चिंतित भी है की बेटा अभी तक
आया क्यों नहीं बहु चुप चाप उठके घर में सजाये गए करवा चौथ माता के
मंदिर के आगे जाके बैठ जाती है और एक टक बिना पलक झपकाए देखती है -
M: - गिर रही बिजली दिल पर बह रहे आंसू झर झर
बिना उसे पति को देखे चैन ना आये पल भर
कोरस:- बिना उसे पति को देखे चैन ना आये पल भर
M: - गिर रही बिजली दिल पर बह रहे आंसू झर झर
बिना उसे पति को देखे चैन ना आये पल भर
कोरस:- बिना उसे पति को देखे चैन ना आये पल भर
M: - सास ससुर यु देख बहु को सास ससुर यु देख बहु को हो रहे है परेशान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
14.
वार्ता:- उधर उसका पति सिर पे गहरी चोट लग जाने से खाई में मरा पड़ा था इधर
पत्नी करवा चौथ माता की तस्वीर के आगे बैठी शून्य में देखे जा रही है पलके
खुली है आंसू बरस रहे है सास ससुर की हिम्मत नहीं पड़ रही है बहु से बोलने
की अचानक से उसको ना जाने क्या हो जाता है वो बोलने लगती है है करवा
माता जब तक मेरे पति नहीं आएंगे तब तक में अन्न जल ग्रहण नहीं करुँगी भले क्यों
मेरे प्राण ना निकल जाये ये मेरा पहला व्रत है माँ उन्होंने मुझसे वादा किया था की
चाहे कुछ भी हो जाए वो करवाचौथ वाले दिन जरूर आयेंगे -
स्वर्ग लोक
वार्ता:- उधर करवा माता स्वर्ग में अपने आसन पे विराजमान है उस अबला की करुण
पुकार माता के कानो से टकराने लगती है -
बहु:- है करवा माता मेरा दिल घबरा रहा है किसी अनहोनी की सोच सोच के बैठ रहा है
है माँ मेरे सिन्दूर की रक्षा करना रक्षा करना माँ रक्षा करना
वार्ता:- रात के तीन बज रहे थे वो रोते रोते बेहोश हो जाती है सास ससुर उसके चेहरे
पर पानी की छींटे मारके उसको होश में लाने की कोशिश करते है मगर सब
बेकार -
M: - स्वर्ग से चली है माता निभाने अपना नाता
जिसे विशवास है माँ पे कभी वो कष्ट ना पाता
कोरस:- जिसे विशवास है माँ पे कभी वो कष्ट ना पाता
M: - स्वर्ग से चली है माता निभाने अपना नाता
जिसे विशवास है माँ पे कभी वो कष्ट ना पाता
कोरस:- जिसे विशवास है माँ पे कभी वो कष्ट ना पाता
M: - रोते हुओ के ला देती है रोते हुओ के ला देती है चेहरे पे मुस्कान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
15.
वार्ता:- करवा माता एक वृद्ध औरत का भेष बनाके उसके मरे हुए पति के पास
पहुँचती है उसके माथे पे हाथ रखके बोलती है -
करवा माँ:- उठो पुत्र उठो यहाँ क्यों सो रहे हो घर जाओ उठो पुत्र आंखे खोलो घर जाओ
धीरे धीरे उसकी आंखे खुल जाती है सिर पकड़ के उठके बैठ जाता है चारो
तरफ हैरानी से देखता है सामने एक बूढ़ी औरत को देख के पूछता है
वार्ता:- आप कौन है? मैं मैं अपने घर जा था इस खाई में कैसे आ गया, माता
मुस्काते हुए बड़े प्यार से कहती है बेटा तुम्हारे ऊपर कुछ बदमाशों ने हमला
कर दिया था तुम्हारा सारा सामान और तुम्हारा सारा पैसा छीन के भाग रहे थे
तो मेने उनको पकड़ लिया तुम्हारा सारा सामान और ये रहे तुम्हारे पैसे माता
उसका सारा सामान और पैसे दे देती है -
M: - माता फिर हाथ पकड़ के उसे ले आयी सड़क पे
अगर तुम चल ना सको तो छोड़ के आउ घर पे
कोरस:- अगर तुम चल ना सको तो छोड़ के आउ घर पे
M: - माता फिर हाथ पकड़ के उसे ले आयी सड़क पे
अगर तुम चल ना सको तो छोड़ के आउ घर पे
कोरस:- अगर तुम चल ना सको तो छोड़ के आउ घर पे
M: - सम्भल के जाना बेटा घर को सम्भल के जाना बेटा घर को रस्ता है सुनसां
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
16.
वार्ता:- वो चलता है तो लड़खड़ा जाता है एक हाथ से अपना सर थाम लेता है तो वृद्धा
बनी माता कहती है बेटा चल में तुझे घर तक छोड़ के आ जाऊ फिर माता
उसका हाथ पकड़ के उसके घर की तरफ चलती है -
M: - माता मुस्काती चलती राह दिखलाती चलती
आज दिन करवा चौथ का उसे समझाती चलती
कोरस:- आज दिन करवा चौथ का उसे समझाती चलती
M: - माता मुस्काती चलती राह दिखलाती चलती
आज दिन करवा चौथ का उसे समझाती चलती
कोरस:- आज दिन करवा चौथ का उसे समझाती चलती
M: - घर में तेरी पत्नी बेटा घर में तेरी पत्नी बेटा होगी बड़ी परेशान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
17.
वार्ता:- उधर घर में उसकी पत्नी बेहोश पड़ी है सुबह के साढ़े चार बज रहे है सास
ससुर का रो रो के बुरा हाल है बहु बेहोश पड़ी है चेहरा करवा माँ की तरफ
ही है तभी दरवाजे पे दस्तक होती है ससुर दरवाजा खोलता है तो सामने बेटा
खड़ा होता है साथ में एक बूढ़ी औरत खड़ी मुस्कुरा रही है -
M: - बाप हुआ ख़ुशी से पागल छट गए गम के बादल
बेटा आ गया था घर में मच गयी दिलो में हलचल
कोरस:- बेटा आ गया था घर में मच गयी दिलो में हलचल
M: - बाप हुआ ख़ुशी से पागल छट गए गम के बादल
बेटा आ गया था घर में मच गयी दिलो में हलचल
कोरस:- बेटा आ गया था घर में मच गयी दिलो में हलचल
M:- करवा माता घर में आयी करवा माता घर में आयी देने को वरदान
कोरस:- नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
M: - नारी की शक्ति बड़ी महान नारी की शक्ति बड़ी महान
18.
वार्ता:- माता देखती है की मेरी पुजारिन कैसे पड़ी है पानी के छींटे मारती है बहु होश
में आती है माता कहती है
माता:- बेटा बहु का व्रत है अपने हाथ से जल पिलाके इसका व्रत तोड़ो बहु के साथ
सबकी नजरे बूढ़ी माँ पर टिक जाती है बहु पूछती है
बहु:- आप कौन है माँ
माता:- बेटी ये में बाद बताउंगी करवा माता उसके पति से कहती है बेटा तुम पहले इसको
अपने हाथो से जल पिलाके इसका व्रत खोलवा दो
वार्ता:- बेटा पत्नी को पानी पिलाता है पत्नी चैन की सांस लेती है सबके चेहरे पर
ख़ुशी की लहर दौड़ जाती है लेकिन सबकी नजरो में एक ही सवाल होता है
की बूढ़ी माँ है कौन बहु अपने पति को सामने देख कर गद गद हो जाती है माता
अपने असली रूप में दर्शन देकर अंतर्ध्यान हो जाती है जहाँ माता के पांव
होते है वहां फूलो की ढेरी बन जाती है सारे शीश नवाते है बोलो करवा माता की
कोरस:- जय |
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