Current Date: 18 Oct, 2024

आरती श्री भैरव बाबा जी की

- Tara Devi


।। आरती श्री बटुक भैरव जी की ।।

F: जय भैरव देवा
प्रभु जय भैंरव देवा 
सुर नर मुनि सब करते-2
प्रभु तुम्हारी सेवा
ॐ जय भैरव देवा 
कोरस: जय भैरव देवा
प्रभु जय भैंरव देवा 
सुर नर मुनि सब करते-2
प्रभु तुम्हारी सेवा
ॐ जय भैरव देवा 
F: तुम पाप उद्धारक 
दु:ख सिंधु तारक 
कोरस: प्रभु दु:ख सिंधु तारक 
F: भक्तों के सुख कारक-2
 भीषण वपु धारक 
कोरस: ॐ जय भैरव देवा 
F:  वाहन शवन विराजत
कर त्रिशूल धारी 
कोरस:- प्रभु कर त्रिशूल धारी
F:  महिमा  अमित तुम्हारी
जय जय भयकारी 
कोरस: ॐ जय भैरव देवा
F: तुम बिन शिव सेवा 
सफल नहीं होंवे 
कोरस: प्रभु सफल नहीं होंवे
F: चतुर बंदी का दीपक-2
दर्शन दु:ख खोंवे 
कोरस: ॐ जय भैरव देवा
F: तेल चटकि दधि मिश्रित
भाषावलि तेरी 
कोरस: प्रभु भाषावलि तेरी 
F: कृपा किजीए भैरव -2
करिये नहीं देरी
कोरस: ॐ जय भैरव देवा
F: पाँव घुँघरू बाजत 
डमरु डमकावत 
कोरस: प्रभु डमरु डमकावत 
F: बटुकनाथ बन बालक -2
जन मन हरषावत 
कोरस: ॐ जय भैरव देवा
F: बथुकनाथ की आरती
 जो कोई जन गावें 
कोरस:- प्रभु  जो कोई जन गावें 
कहें धरणीधर वह नर-2
नर मनवाछिंत फल पावे 
कोरस: ॐ जय भैरव देवा
F: जय भैरव देवा
प्रभु जय भैंरव देवा 
सुर नर मुनि सब डरते-2
प्रभु तुम्हारी सेवा
ॐ जय भैरव देवा 
कोरस: जय भैरव देवा
प्रभु जय भैंरव देवा 
सुर नर मुनि सब डरते-2
प्रभु तुम्हारी सेवा
ॐ जय भैरव देवा
 

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