जहाँ दया तहा धर्म है लिरिक्स हिंदी में (Jaha Daya Taha Dharm Hai Lyrics in Hindi)
जहाँ दया तहा धर्म है जहाँ लोभ तहां पाप
जहाँ क्रोध तहा पाप है जहाँ क्षमा तहां आप
जहाँ क्रोध तहा पाप है जहाँ क्षमा तहां आप
धीरे धीरे रे मना धीरे सब कुछ होय
माली सींचे सौ घडा ऋतू आए फल होए
माली सींचे सौ घडा ऋतू आए फल होए
कबीरा ते नर अँध है गुरु को कहते और
हरि रूठे गुरु ठौर है गुरु रूठे नहीं ठौर
हरि रूठे गुरु ठौर है गुरु रूठे नहीं ठौर
पाँच पहर धंधे गया तीन पहर गया सोय
एक पहर हरि नाम बिन मुक्ति कैसे होय
एक पहर हरि नाम बिन मुक्ति कैसे होय
कबीरा सोया क्या करे उठि न भजे भगवान
जम जब घर ले जाएँगे पड़ी रहेगी म्यान
जम जब घर ले जाएँगे पड़ी रहेगी म्यान
माया मरी न मन मरा मर मर गये शरीर
आषा तृष्णा ना मरी कह गये दास कबीर
आषा तृष्णा ना मरी कह गये दास कबीर
शीलवंत सबसे बड़ा सब रतनन की खान
तीन लोक की सम्पदा रही शील में आन
तीन लोक की सम्पदा रही शील में आन
तीन लोक की सम्पदा रही शील में आन
जहाँ दया तहा धर्म है लिरिक्स अंग्रेजी में (Jaha Daya Taha Dharm Hai Lyrics in English)
Jahaan dayaa tahaa dharm hai jahaan lobh tahaan paap
Jahaan krodh tahaa paap hai jahaan kshamaa tahaan aap
Jahaan krodh tahaa paap hai jahaan kshamaa tahaan aap
Dhiire dhiire re manaa dhiire sab kuchh hoy
Maalii siinche sow ghaḍaa ṛtuu aae phal hoe
Maalii siinche sow ghaḍaa ṛtuu aae phal hoe
Kabiiraa te nar andh hai guru ko kahate owra
Hari ruuṭhe guru ṭhowr hai guru ruuṭhe nahiin ṭhowra
Hari ruuṭhe guru ṭhowr hai guru ruuṭhe nahiin ṭhowra
Paanch pahar dhandhe gayaa tiin pahar gayaa soya
Ek pahar hari naam bin mukti kaise hoy
Ek pahar hari naam bin mukti kaise hoy
Kabiiraa soyaa kyaa kare uṭhi n bhaje bhagavaana
Jam jab ghar le jaaenge padii rahegii myaana
Jam jab ghar le jaaenge padii rahegii myaan
Maayaa marii n man maraa mar mar gaye shariir
Aashaa tṛshṇaa naa marii kah gaye daas kabiir
Aashaa tṛshṇaa naa marii kah gaye daas kabiir
Shiilavant sabase badaa sab ratanan kii khaana
Tiin lok kii sampadaa rahii shiil men aana
Tiin lok kii sampadaa rahii shiil men aana
Tiin lok kii sampadaa rahii shiil men aana
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