Current Date: 19 Nov, 2024

इष्ट देव मंत्र जाप

- Traditional


हिंदू धर्म में पूजन कि विविध पद्धियों में मंत्र जाप का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में अपने इष्ट देव को प्रसन्न करने के लिए मंत्र जाप का विधान है। देवी-देवताओं से उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए या उनसे कोई विशेष वर पाने के लिए उनके विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है। हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं के कई विशिष्ट मंत्रों का वर्णन विभिन्न शास्त्रों में किया गया है। हालांकि इन मंत्रों के जाप के लिए तिथि, दिन और तरीकों का भी वर्णन इन शास्त्रों में किया गया है। इन्ही शास्त्रों के अनुसार प्रत्येक देवी-देवता के मंत्र जाप के लिए अलग-अलग तरह के मालों का प्रयोग किया जाता है। आइए जानते हैं आपके इष्ट देवता के मंत्रों के जाप के लिए कौन सा माला सबसे उपयुक्त होगा....

1 – भगवान शिव के मंत्रों का जाप रुद्राक्ष की माला से करने का शास्त्रों में विधान है। मान्यता है कि रुद्राक्ष को भगवान शिव ही अंश माना जाता है, इसलिए रुद्राक्ष की माला से भगवान शिव के मंत्रों का अनुष्ठान करने से शिव जी अवश्य प्रसन्न होते हैं।

2- भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने के लिए सबसे उपयुक्त माला, तुलसी की मानी जाती है। भगवान विष्णु के पूजन में तुलसी का विशेष महत्व है।

3-मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करने के लिए रुद्राक्ष, लाल चंदन या मूंगे की माला को जाप करने लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। दुर्गा मां को भगवान शिव की आदि शक्ति माना जाता है, इसलिए उनके मंत्रों का जाप रुद्राक्ष की माला से करना श्रेष्ठ है।

 जानिए, अपने इष्ट देव को प्रसन्न करने लिए किस माला से करें उनके मंत्रों का जाप
 हिंदू धर्म में मंत्र जाप का विशेष महत्व है।शास्त्रों के अनुसार प्रत्येक देवी-देवता के मंत्र जाप के लिए अलग-अलग तरह के मालों का प्रयोग किया जाता है। आइए जानते हैं आपके इष्ट देवता के मंत्रों के जाप के लिए कौन सा माला सबसे उपयुक्त होगा....

 हिंदू धर्म में पूजन कि विविध पद्धियों में मंत्र जाप का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में अपने इष्ट देव को प्रसन्न करने के लिए मंत्र जाप का विधान है। देवी-देवताओं से उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए या उनसे कोई विशेष वर पाने के लिए उनके विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है। हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं के कई विशिष्ट मंत्रों का वर्णन विभिन्न शास्त्रों में किया गया है। हालांकि इन मंत्रों के जाप के लिए तिथि, दिन और तरीकों का भी वर्णन इन शास्त्रों में किया गया है। इन्ही शास्त्रों के अनुसार प्रत्येक देवी-देवता के मंत्र जाप के लिए अलग-अलग तरह के मालों का प्रयोग किया जाता है। आइए जानते हैं आपके इष्ट देवता के मंत्रों के जाप के लिए कौन सा माला सबसे उपयुक्त होगा....

1 – भगवान शिव के मंत्रों का जाप रुद्राक्ष की माला से करने का शास्त्रों में विधान है। मान्यता है कि रुद्राक्ष को भगवान शिव ही अंश माना जाता है, इसलिए रुद्राक्ष की माला से भगवान शिव के मंत्रों का अनुष्ठान करने से शिव जी अवश्य प्रसन्न होते हैं।


2- भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने के लिए सबसे उपयुक्त माला, तुलसी की मानी जाती है। भगवान विष्णु के पूजन में तुलसी का विशेष महत्व है।

3-मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करने के लिए रुद्राक्ष, लाल चंदन या मूंगे की माला को जाप करने लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। दुर्गा मां को भगवान शिव की आदि शक्ति माना जाता है, इसलिए उनके मंत्रों का जाप रुद्राक्ष की माला से करना श्रेष्ठ है।

4- भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करने के लिए गजदंत यानि हाथी के दांत के मनकों की माला सबसे श्रेष्ठ मानी जाती है।

5- बगलामुखी मां के मंत्रों का जाप करने के लिए हल्दी की माला एवं मातंगी व लक्ष्मी मां के लिए कमल गट्टे, चंदन की माला से जाप किया जाता है।

6- शांति मंत्रों का जाप करने के लिए के लिए चंदन एवं स्फटिक की माला का प्रयोग किया जाता है जबकि वशीकरण के मंत्रों का जाप करने के लिए काले रंग के मनकों की माला का प्रयोग किया जाता है।

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