हमें तो जो भी दिया,
मेरी मैया ने दिया,
हमेशा आपके हाथो से,
सर झुका के लिया,
हमे तो जो भी दिया,
मेरी मईया ने दिया।।
तर्ज – ना सर झुका है कभी।
मेरी ये जिंदगी,
मैया तेरी अमानत है,
बदल जो जाऊ,
मैं माँ से तो मुझपे लालत़ है,
हमेशा माँ की,
चौखट से मुस्कुरा के गया,
हमे तो जो भी दिया,
मेरी मईया ने दिया।।
जहां में मैया,
तुम्हारा कोई जवाब नही,
दयालु ऐसी,
दया का कोई हिसाब नही,
हमेशा मैया ने,
बिन बोले हमारा काम किया,
हमे तो जो भी दिया,
मेरी मईया ने दिया।।
निभाया अब तक,
आगे भी तुम निभा देना,
तेरी तोहीन है,
किसी और से भीक्षा लेना,
हमेशा द्वार से,
‘बनवारी’ झोली भर के गया,
हमे तो जो भी दिया,
मेरी मईया ने दिया।।
हमें तो जो भी दिया,
मेरी मैया ने दिया,
हमेशा आपके हाथो से,
सर झुका के लिया,
हमे तो जो भी दिया,
मेरी मईया ने दिया।।
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