कोरस :- हम है योगी हम सन्यासी हमें चाहिए मथुरा काशी
F:- मथुरा है श्याम की अयोध्या राम की -२
और काशी नगरी है भोले के नाम की -२
जो भी है हमारा उसे छोड़ेंगे नहीं
आगे हम बढ़ा के पांव मोड़ेंगे नहीं -२
खाते है कसम हम चारो धाम की -२
मथुरा है श्याम की अयोध्या राम की
हम है सनातनी झगड़ते नहीं है -२
बिना बात किसी से भी लड़ते नहीं है -२
जीभ काट डालते है बेलगाम की -२
मथुरा है श्याम की अयोध्या राम की
एक हाथ माला दूजे भाला हाथ में -२
रहता हमेसा डमरू वाला साथ में -२
चिंता नहीं है किसी अंजाम की -२
मथुरा है श्याम की अयोध्या राम की
सुखदेव कहता देवो की देव की -२
धरती ही सारी है ये महादेव की -२
श्री राम जी की है ये राधे श्याम की
मथुरा है श्याम की अयोध्या राम की
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