दिवाली हमारे प्रमुख त्यौहारों में से एक है। दीपावली के पावन अवसर पर जब हम सभी भगवान गणेश और माँ लक्ष्मी की पूजा करते हैं, तो विद्यार्थी भी इनके साथ-साथ विद्या की देवी माँ सरस्वती की भी पूजा करके अपनी शैक्षणिक एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी व बेहतर प्रदर्शन की कामना कर सकते हैं एवं ज्ञान की देवी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। तो आइए हम आपको बताते हैं कि दीवाली 2023 पर माँ सरस्वती की पूजा कब और कैसे करें, किन मंत्रों का जाप करें।
Diwali 2023: विद्यार्थियों के लिए दीपावली पर माँ सरस्वती का मंत्र
दीपावली 2023 के अवसर पर छात्र-छात्राएं देवी माँ सरस्वती का ध्यान करने के लिए निम्नलिखित मंत्र का जाप कर सकते हैं:-
या कुंदेंदु तुषार हार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता। या वीणा वरदंडमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।। या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवै: सदा वन्दिता। सा मां पातु सरस्वती भगवती नि:शेषजाड्यापहा।1। शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्वयापिनीं। वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम् ।। हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्। वन्दे तां परमेश्वरीं भगवती बुद्धिप्रदां शारदाम् ।।
Diwali 2023: विद्यार्थियों के लिए दीपावली पर माँ सरस्वती की पूजा मुहूर्त
छात्र-छात्राएं दिवाली 2023 पर माँ सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए भगवान श्रीगणेश और माँ लक्ष्मी के साथ-साथ ही विद्या की देवी का भी पूजन कर सकते हैं। 12 नवंबर के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05:40 से शाम 07:36 तक रहेगा। वहीं प्रदोष काल शाम 05:29 से रात्रि 08:07 तक रहेगा। सिंह काल देर रात्रि 12:12 से रात्रि 02:30 तक रहेगा। इस विशेष मुहूर्त में धन की देवी माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की उपासना करने से साधक को सुख, समृद्धि एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इस दौरान विद्यार्थी माँ सरस्वती की पूजा कर सकते हैं।
Diwali 2023: विद्यार्थियों के लिए दीपावली पर माँ सरस्वती की पूजा विधि
दीपावली 2023 पर माँ सरस्वती की पूजा के लिए सबसे पहले अपने स्टडी रूम और स्टडी टेबल को अच्छी तरह से साफ करके, सभी बुक्स व स्टेशनरी आदि को व्यवस्थित कर लेना चाहिए। इसके बाद भगवान श्रीगणेश, माँ लक्ष्मी और माँ सरस्वती की फोटो या छोटी मूर्ती अपने पूजन स्थान या स्टडी टेबल पर स्थापित करें।
सबसे पहले, भगवान गणेश व माँ लक्ष्मी को नमन करते हुए उपर दिए गए मंत्र से माँ सरस्वती का आह्वान करें। इसके बाद, फूल-माला, धूप-अगरबत्ती, मिष्ठान, आदि को समर्पित करें। इसके बाद एक नई पेन व कॉपी माँ सरस्वती के चरणों में रखें। यदि किसी और सामग्री को भी समर्पित करने की इच्छा है और आपके पास उपलब्ध नहीं तो तो उसे मानसिक रूप से भी समर्पित करने की कल्पना कर सकते हैं।
इसके बाद, विद्या व ज्ञान की देवी से अपने ज्ञान व ध्यान में वृद्धि के लिए प्रार्थना करें। अंत में, भगवान श्रीगणेश, माँ लक्ष्मी और माँ सरस्वती से अपने किसी भी प्रकार की भूल-चूक के लिए क्षमा याचना करें। साथ ही, माना जाता है कि समर्पित की गई कॉपी से तैयारी करने व समर्पित पेन से परीक्षा देने से बेहतर परिणाम मिलते हैं।
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