हे भोले बाबा शिव भंडारी,
दुनिया है आई शरण तिहारी,
भोलेनाथ गम हरेंगे,
भंडार वो भरेंगे,
हे भोले बाबा शिव भण्डारी।।
तर्ज – चाहूँगा मैं तुझे साँझ।
सुनता है तू दिल की सदा,
आगे तेरे कुछ ना छुपा,
भोले नाथ मेरे नाथ,
तेरी बार बार जयकार हम करेंगे,
भंडार वो भरेंगे,
हे भोले बाबा शिव भण्डारी।।
विपदा की आए घड़ी,
जोड़ के हाथ दुनिया खड़ी,
भोलेनाथ मेरे नाथ,
सबपे बार बार उपकार वो ही करेंगे,
भंडार वो भरेंगे,
हे भोले बाबा शिव भण्डारी।।
सुबह के बाद होती है रात,
सुख दुःख संग चलते है साथ,
भोले नाथ मेरे नाथ,
सबको बार बार भव से वो ही तरेंगे,
भंडार वो भरेंगे,
हे भोले बाबा शिव भण्डारी।।
हे भोले बाबा शिव भंडारी,
दुनिया है आई शरण तिहारी,
भोलेनाथ गम हरेंगे,
भंडार वो भरेंगे,
हे भोले बाबा शिव भण्डारी।।
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