हर एक गम में हनुमत तुम्ही याद आये
दुखी जन जब भी गीले नयन से
पुकारा तुम्हे तो सदा पास आये
हर एक गम में हनुमत तुम्ही याद आये
१
आयी विपदा की किसी घड़ी
जाने कल होगा क्या सोच निंदिया उडी
बुरे दिन में बाबा तुम्ही साथ आये
नैनो में आशा के दीपक जलाये
हर एक गम में हनुमत तुम्ही याद आये
२
हाथो में ले ध्वजा दर पे हम भी खड़े
तेरे रेहमत की बुँदे जो हम पर पड़े
किया अपना जीवन है तेरे हवाले
कदम लड़खड़ाए तो आके तू संभाले
हर एक गम में हनुमत तुम्ही याद आये
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