Current Date: 19 Dec, 2024

हारे का है तू ही सहारा

- Sanjay Gulati


कोरस :-     सावरिया सावरिया सावरिया 
M:-    हारे का है तू ही सहारा हार के दर तेरे आया हूँ 
    अपनालो मुझको सावरिया जग का मैं ठुकराया हूँ 
कोरस :-     हारे का है तू ही सहारा हार के दर तेरे आया हूँ 
    अपनालो मुझको सावरिया जग का मैं ठुकराया हूँ 
M:-    हारे का है तू ही सहारा हार के दर तेरे आया हूँ 
    अपनालो मुझको सावरिया जग का मैं ठुकराया हूँ 

M:-    दुखडो ने मुझको घेर लिया अपनों ने भी मुख फेर लिया 
कोरस :-     दुखडो ने मुझको घेर लिया अपनों ने भी मुख फेर लिया 
M:-    कोई आस दिखे ना अब मुझको ये सोच के अब घबराया हूँ 
कोरस :-     हारे का है तू ही सहारा हार के दर तेरे आया हूँ 
M:-    अपनालो मुझको सावरिया जग का मैं ठुकराया हूँ 
कोरस :-     सावरिया सावरिया सावरिया 

M:-    दुनिया में कोई नहीं मेरा मुझको तो आसरा अब तेरा 
कोरस :-     दुनिया में कोई नहीं मेरा मुझको तो आसरा अब तेरा 
M:-    दुखियो को गले से लगाते हो ये सुनके मैं भी आया हूँ 
कोरस :-     हारे का है तू ही सहारा हार के दर तेरे आया हूँ 
M:-    अपनालो मुझको सावरिया जग का मैं ठुकराया हूँ 
    
M:-    इस जग को मेने जान लिया सब रिश्तो को पहचान लिया 
कोरस:-     इस जग को मेने जान लिया सब रिश्तो को पहचान लिया 
M:-    शिबू  कहता है मेरा कोई नहीं मैं शरण तुम्हारे आया हूँ 
कोरस :-     हारे का है तू ही सहारा हार के दर तेरे आया हूँ 
M:-    अपनालो मुझको सावरिया जग का मैं ठुकराया हूँ 
कोरस :-     हारे का है तू ही सहारा हार के दर तेरे आया हूँ 
    अपनालो मुझको सावरिया जग का मैं ठुकराया हूँ 

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।