गणपति है जग में सबसे निराला
दुख के समय भी आपने संभाला। ।
आप जहां रहते हैं धन- धान्य
सुख-समृद्धि वहां स्वतः चली आती है
कोई फिर ना दुख पाता
दरिद्रता भी नष्ट हो जाती है। ।
तेरे बिना यह दुनिया मुझको लगता बिल्कुल सुना है
जब तू रहता है साथ तो खुशियां मिलती दुगुना है। ।
गणपति के नाम से विघ्न बाधा टल जाते हैं
जो कोई प्यार से पुकारे उसके ही हो जाते हैं। ।
वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ
निर्विघ्नम कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा। ।
सोते-जागते मेरे शरीर का भरण-पोषण करने वाले
गणपति बप्पा तेरे चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम। ।
कुछ सोच विचार भी नहीं कर पाता
जो तेरा आशीर्वाद नहीं मिल पाता। ।
दवा में भी वो असर नहीं होती
जो तेरी कृपा मुझ पर ना होती। ।
हम तो हैं एक माटी के पुतले
जिसको तुम ही न चाहते हो
पल भर में दुखों का पहाड़
दूजे पल हर्षाते हो। ।
बुद्धि बल चतुरता यह सभी केवल भ्रम है
मैं तो जानू यही भगवन तेरा ही कर्म है। ।
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