हमारे रामजी से राम राम कहियो जी हनुमान
कहियो जी हनुमान कहियो जी हनुमान ….
हमारे रामजी से राम राम कहियो जी हनुमान
कहियो जी हनुमान कहियो जी हनुमान ….
पवन तनय बल पवन सामना
बुद्धि विवेक विज्ञानं निधाना
कौन सो काज कठिन जग माहि
जो नहीं होत दात तुम पाहि
राम काज लगी तब अवतारा
सुनतहु भयुही पर्वत करा
कनक वरन तन तेज विरजा
मानहु अपरं गिरी करि रारा
सिंह नाद करे बरही बारा
लीलहि नाघ जल निधि खरा
जब लागहि आओ सीत ही देखि
होही काज मोहि हरित अभिसेखि
हमारे रामजी से राम राम कहियो जी हनुमान
कहियो जी हनुमान कहियो जी हनुमान ….
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।