:हम तो फूल श्याम तेरे बाग़ के पीड़ दे या प्यार से सवार दे
कोरस :- हम तो फूल श्याम तेरे बाग़ के पीड़ दे या प्यार से सवार दे -2
M:- मेरी डोर श्याम तेरे हाथ है
कोरस :- मेरी डोर श्याम तेरे हाथ है
M:- हँसाना और रुलाना तेरे हाथ है
कोरस :- हँसाना और रुलाना तेरे हाथ है
M:- क्यों डरे डराये काली रात है
कोरस :- क्यों डरे डराये काली रात है
M:- रोकने से रूकती क्या प्रभात है
कोरस :- रोकने से रूकती क्या प्रभात है
M:- मन के साज को तू कोई राग से
कोरस :- मन के साज को तू कोई राग से -2
M:- पीड़ दे या प्यार से सवार दे
कोरस :- हम तो फूल श्याम तेरे बाग़ के पीड़ दे या प्यार से सवार दे
M:- जो भी रंग रूप सब तेरा दिया
कोरस :- जो भी रंग रूप सब तेरा दिया
M:- तुमको ना जचे तो रोये जिया
कोरस :- तुमको ना जचे तो रोये जिया
M:- तू है जिम्मेदार सब तेरा किया
कोरस :- तू है जिम्मेदार सब तेरा किया
M:- बीज ऐसा विष भरा क्यों बो दिया
कोरस :- बीज ऐसा विष भरा क्यों बो दिया
M:- पीड़ देने में मजा में मजा तो पीड़ दे
कोरस :- पीड़ देने में मजा में मजा तो पीड़ दे
M:- पीड़ दे या प्यार से सवार दे
कोरस :- हम तो फूल श्याम तेरे बाग़ के पीड़ दे या प्यार से सवार दे
M:- क्या मिलेगा मुझको श्याम रोंध कर
कोरस :- क्या मिलेगा मुझको श्याम रोंध कर
M:- पीड़ से कसक ते दिल को तोड़ कर
कोरस :- पीड़ से कसक ते दिल को तोड़ कर
M:- मजा तो है हँसाने में हंसा के देख
कोरस :- मजा तो है हँसाने में हंसा के देख
M:- खिल उठे चमन खिला के देख
कोरस :- खिल उठे चमन खिला के देख
M:- अर्थ हो तो पीड़ भी हजार दे
कोरस :- अर्थ हो तो पीड़ भी हजार दे
M:- पीड़ दे या प्यार से सवार दे
कोरस :- हम तो फूल श्याम तेरे बाग़ के पीड़ दे या प्यार से सवार दे
M:- जितनी हो चुभन सहुँ मै सँवारे
कोरस :- जितनी हो चुभन सहुँ मै सँवारे
M:- लगी बुरी जो बात मेरी जान ले
कोरस :- लगी बुरी जो बात मेरी जान ले
M:- तुम्हे ना हो हमे तो प्रीत सँवारे
कोरस :- तुम्हे ना हो हमे तो प्रीत सँवारे
M:- तुझी से है ये नंदू की तू जान ले
कोरस :- तुझी से है ये नंदू की तू जान ले
M:- लगी बुरी जो बात मेरी जाने दे
कोरस :- लगी बुरी जो बात मेरी जाने दे
M:- पीड़ दे या प्यार से सवार दे
कोरस :- हम तो फूल श्याम तेरे बाग़ के पीड़ दे या प्यार से सवार दे 4
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