Current Date: 17 Nov, 2024

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।

- Devendra Pathak Ji


जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
रामदूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।

सागर पार से सिया का समाचार लाने वाले-2! हनुमान जी तुम राम जी के काम आने वाले-2! मैंने बोला है -2 मैंने बोला है बोला है मैंने बोला है प्रसाद तेरे नाम से! मेरा मिलन करा दो श्री राम से-2!

ओ........ आ......... 
है सिया राम के प्यारे एक जोगन तुम्हें पुकारे विश्वास है मेरा प्रियतम मिल जाए तुम्हारे द्वारे! हे प्रभु! है सिया राम के प्यारे एक जोगन तुम्हें पुकारे विश्वास है मेरा प्रियतम मिल जाए तुम्हारे द्वारे! संकट मोचन संकट हर लो मंगल के दिन मंगल कर दो-2! खाली हाथ ना लौटू हो...!  खाली हाथ ना लौटूंगा में-2, तेरे धाम से! मेरा मिलन करा दो श्री राम से-2!
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
रामदूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।

वो माने या ना माने मैने मान उसे अपना वही मेरा जीवन साथी वही मेरे प्राण का सपना! जय हो प्रभु! वो माने या ना माने मैने मान उसे अपना वही मेरा जीवन साथी मेरे प्राण का सपना! बिछड़े मीत मिलाने वाले सबका काज बनाने वाले -2! बड़ी आस लेके हो.....!बड़ी आस लेके आया-2, हूं मैं राम से! मेरा मिलन करा दो प्रभु राम से! मेरा मिलन करा दो श्री राम से!

ओ....... आ........ . 
मंगल मूरत मारुति नंदन सकल मंगल मूल निकंदन दुनिया के नायक रघुनायक दशरथ कौशल्या के नंदन-2! चारों जुग परताप तुम्हारा है प्रसिद्ध जगत उजियारा-2! गुरु बृजमोहन हो......! गुरु बृजमोहन देवेंद्र -2, विलग जाए काम से! मेरा मिलन करा दो श्री राम से-2! सागर पार से सिया का समाचार लाने वाले-2! हनुमान जी तुम राम जी के काम आने वाले-2! मैंने बोला है-2 बोला है मैंने बोला है प्रसाद तेरे नाम से! मेरा मिलन करा दो श्री राम से-2!
 

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