Current Date: 22 Nov, 2024

है धन्य अवध भूमि

- Tara Devi


F:-    है धन्य अवध भूमि यहाँ बार बार आना 
कोरस :-     है धन्य अवध भूमि यहाँ बार बार आना 
F:-    श्री राम लला जी की सरयू में नहा जाना 
कोरस :-     श्री राम लला जी की सरयू में नहा जाना 
F:-    है धन्य अवध भूमि यहाँ बार बार आना 
कोरस :-     है धन्य अवध भूमि यहाँ बार बार आना 

F:-    हनुमान गढ़ी जी में हनुमान विराज रहे 
कोरस :-     हनुमान गढ़ी जी में हनुमान विराज रहे 
F:-    चांदी के सिंघासन पे गतिमान जी साज रहे 
    एक बार हाजरी तुम यहाँ आके लगा जाना 
कोरस :-     है धन्य अवध भूमि यहाँ बार बार आना 
F:-    है धन्य अवध भूमि यहाँ बार बार आना 

F:-    पावन है अयोध्या ये चंदन है यह माटी 
कोरस :-     पावन है अयोध्या ये चंदन है यह माटी 
F:-    भगवान स्वरूप ही है हर एक अवध वासी 
    एक बार सर अपना यहाँ आकर झुका जाना 
कोरस :-     है धन्य अवध भूमि यहाँ बार बार आना 
    है धन्य अवध भूमि यहाँ बार बार आना 


F:-    श्री राम लखन जी का यहाँ वास है कण कण में 
कोरस :-     श्री राम लखन जी का यहाँ वास है कण कण में 
F:-    यहाँ राम नाम के स्वर गूंजे हर क्षण क्षण में 
    इसे राम रामायण में तुम नाम लिखा जाना 
कोरस :-     है धन्य अवध भूमि यहाँ बार बार आना 
    है धन्य अवध भूमि यहाँ बार बार आना 
कोरस :-     है धन्य अवध भूमि यहाँ बार बार आना 
 

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।