Current Date: 23 Nov, 2024

गुरु जी दी बड़ी बढियाई

- Traditional


M:-        तू वड़ा तेरे काम ने वड़े तेरी बड़ी बढियाई
जो आया दरबार गुरु जी ओने मौज उड़ाई 
कोरस :-    जो आया दरबार गुरु जी ओने मौज उड़ाई 
M:-        तू वड़ा तेरे काम ने वड़े तेरी बड़ी बढियाई
जो आया दरबार गुरु जी ओने मौज उड़ाई 
कोरस :-    जो आया दरबार गुरु जी ओने मौज उड़ाई 

M:-        वेखी ये सारी दुनिया ने इस दर दा दातारी 
कोरस :-    इस दर दा दातारी 
M:-        तेरी बूहे अग्गे आ के टल दी विपदा सारी 
कोरस :-    टल दी विपदा सारी
M:-        बिन मंगाया रहमतां सबने ते बरसाही 
जो आया दरबार गुरु जी ओने मौज उड़ाई 
कोरस :-    जो आया दरबार गुरु जी ओने मौज उड़ाई 

M:-        दिल्ली दी सल्तनत तुसी ओ राजा 
कोरस :-    तुसी ओ राजा 
एथे ही खुलया ये सबदी किस्मत दा दरवाजा 
कोरस :-    किस्मत दा दरवाजा 
M:-        घेर कित्थे था ना ही जन्दी इत्थो नहीं मनाही 
जो आया दरबार गुरु जी ओने मौज उड़ाई 
कोरस :-    जो आया दरबार गुरु जी ओने मौज उड़ाई 
M:-        फडेया ये लड़ नाइयो छड़ना पावै कुछ भी होले 
कोरस :-    पावै कुछ भी होले 
M:-        पावै रुस्से कोई मरे तो पावै कोई ना बोले 
कोरस :-    पावै कोई ना बोले 
M:-        असां ला अपनो अरे गुरु जी तवाड़े हत्थ फडाही
जो आया दरबार गुरु जी ओने मौज उड़ाई 
कोरस :-    जो आया दरबार गुरु जी ओने मौज उड़ाई 
M:-        तू वड़ा तेरे काम ने वड़े तेरी बड़ी बढियाई
जो आया दरबार गुरु जी ओने मौज उड़ाई 
कोरस :-    जो आया दरबार गुरु जी ओने मौज उड़ाई 

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