गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,
राधा – रमण हरी गोपाल बोलो,
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,
जै – जै श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…
ओ री ओ मोसे मोरा श्याम रूठा
कहे मोरा भाग फूटा,
कहे मैने पाप धोए,
आँसुवान बीज बोए
च्छूप-च्छूप मीयर्रा रोए,
दर्द ना जाने कोई
जै – जै श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…
विष का प्याला पीना पड़ा है,
मारकर भी मोहे जीना पड़ा है,
नैन मिलाए गिरधर से
गिर गई जो अपनी ही नज़र से,
रो-रो नैना खोए ।
च्छूप-च्छूप मीयर्रा रोए
दर्द ना जाने कोई,
जै – जै श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,
राधा-रमण हरी गोपाल बोलो,
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो
गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,
जै – जै श्याम
राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…
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