गौतम बुद्ध वंदना हिंदी में (Gautam Buddha Vandana in hindi)
बुद्ध वन्दना :
उन भगवन अर्हत सम्यक सम्बुद्ध को नमस्कार ।
उन भगवन अर्हत सम्यक सम्बुद्ध को नमस्कार ।
ऊन भगवन अर्हत सम्यक सम्बुद्ध को नमस्कार ।
माँ लक्ष्मी जी का स्तोत्र : अष्टलक्ष्मी स्तोत्रं
त्रिशरण :
मैं बुद्ध की शरण में जाता हूं ।
मैं धम्म की शरण में जाता हूँ ।
में संघ की शरण में जाता हूँ ।
मैं दूसरी बार भी बुद्ध की शरण में जाता हूँ ।
मैं दूसरी बार भी धम्म की शरण में जाता हूँ ।
में दूसरी बार भी संघ की शरण में जाता हूँ ।
मैं तीसरी बार भी बुद्ध की शरण में जाता हूँ ।
मैं तीसरी बार भी धम्म की शरण में जाता हूँ ।
में तीसरी बार भी संघ की शरण में जाता हूँ ।
पंचशील :
अर्थ मैं अकारण प्राणी हिंसा से दूर रहने की शिक्षा ग्रहण करता हूँ ।
मैं बिना दी गयी वस्तु को न लेने की शिक्षा ग्रहण करता हूँ ।
मैं कामभावना से विरत रहने की शिक्षा ग्रहण करता हूँ ।
में झूठ बोलने और चुगली करने से विरत रहने की शिक्षा ग्रहण करता हूँ ।
मैं कच्ची-पक्की शराब,नशीली वस्तुओं के प्रयोग से विरत रहने की शिक्षा ग्रहण करता हूँ ।
सबका मंगल हो
गौतम बुद्ध वंदना अंग्रेजी में (Gautam Buddha Vandana in english)
Buddha Vandana:
Namo Tass Bhagvato Arhato Samma Sambuddhass ।
Namo Tass Bhagvato Arhato Samma Sambuddhass ।
Naamo Tass Bhagvato Arhato Samma Sambuddhass ।
Stotra of Mother Lakshmi: Ashtalakshmi Stotram
Trisharan:
Buddham Saranam Gachchhami ।
Dhamm Saranam Gachchhami ।
Sangh Saranam Gachchhami ।
Dutiyampi Buddham Saranam Gachchhami ।
Dutiyampi Dhamm Saranam Gachchhami ।
Dutiyampee Sangh Saranam Gachchhami ।
Tatiyampi Buddham Saranam Gachchhami ।
Tatiyampi Dhamm Saranam Gachchhami ।
Tatiyampee Sangh Saranam Gachchhami ।
Panchshil:
Panatipata Veramani Sikkhapadam Samadiyami ।
Adinnadana Veramani Sikkhapadam Samadiyami ।
Kamesu Michchhachara Veramani Sikkhapadam Samadiyami ।
Musavada Vermani Sikkhapadam Samadiyami ।
Sura-meray-majj-pamadatthanaveramani Sikkhapadam Samadiyami ।
Bhavatu Sarv Mangalam
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