किस रोज पधारोगे गणपति मेरे आंगन में
बह जाये ना कुटिया मेरी आसुओ के सावन में
१
तुम्हे कसम है भोले की तुम्हे कसम है गोरा की
तुम्हे भरनी ही होगी खुशिया मेरे दामन में
२
है सुना यही हमने तुम पालन हारे हो
क्यों गमो के साये है देवा मेरे जीवन में
३
लिखते हो तुम्ही देवा किस्मत की लकीरो को
तकदीर बंधी बोलो मेरी किस बंधन में
४
मैं पलके जब खोलू दीदार तुम्हारा हो
जीवन भर तुम रहना मेरे मन के दर्पण में
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